आगरा: ताजगंज के पुष्पांजलि ईको सिटी कालोनी में बच्चों के झगड़े में फर्जी एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद सेवानिवृत फौजी की पत्नी को जिन्दा जलाने के मामले में पैसे के लेनदेन को लेकर हुए खेल पर भी पीड़ित परिवार को परेशान किया गया था।
पीड़ित परिवार व पंचायत में मौजूद लोगो के अनुसार फर्जी एससी एसटी एक्ट में पैसे के लेन देन को लेकर काफी गहमा गहमी भी हुई थी।
जिसको लेकर पीड़ित परिवार के मना करने पर उनको बेइज्जत व भरी सभा में मृतका संगीता को पुरुषो के पैर छूने को लेकर मजबूर किया गया था। वहीं मास्क हटकर चेहरे को दिखा दिखाकर भी पीड़ित परिवार के साथ अमानवीय हरकत करी गई थी।
15 लाख से शुरू हुआ था समझौता
आरोपी भारत खरे व उसकी पत्नी की ओर से 15 लाख से सौदे की बोली लगनी शुरू हुई थी। जिसको सुनते ही पीड़ित पक्ष ने देने में असमर्थता जताई। वहीं फिर बात 10 लाख में जा पहुंची जिसको भी पीड़िता ने देने से इंकार कर दिया। बात बढ़ते बढ़ते 5 लाख के नजदीक आ गई।
आरोपी पक्ष की ओर से कहा से गया कि इतना तो उन्हें सरकार देगी ही इससे अधिक पैसा दोगे तो ही फर्जी एससी एसटी एक्ट को वह वापस लेंगे। जिसपर एक बार फिर से पीड़ित पक्ष ने असमर्थता जताई थी।
पीड़ित पक्ष एक लाख तक देने को तैयार हो गया था जिसपर आरोपी पक्ष नाराज हो गया व बेइज्जत करने के लिए पीड़िता को सभी के सामने पैर छूकर माफ़ी मांगने को विवश किया। इतने पर भी आरोपियों का मन नहीं भरा तो उन्होंने उनका चेहरा दिखा दिखाकर बेइजत करना चाहा। वहीं पंचायत ख़त्म होने पर करीब 15 दलितों ने पीड़िता पर मिट्टी का तेल छिड़क उसे जिन्दा जला डाला।
पैसे ऐठने के लिए लगाया था एक्ट, नहीं दिया तो जिन्दा फूंक दिया
पीड़ित परिवार के बच्चो की लड़ाई को एससी एसटी एक्ट में तब्दील कर उनके परिजनों को ही फसा दिया गया था।
जिसमे आरोपी पक्ष ने पीड़ित पक्ष से 15 लाख तक वसूलना चाहा। वहीं पीड़ित पक्ष द्वारा कोर्ट में केस लड़ने की जब बात कही गई तो उसे जिन्दा आग लगा दी गई थी ।
पति अनिल घटना से स्तब्ध, कहा पत्नी को आँखों के सामने लज्जित होते देखा फिर मरते हुए देखा
मृतक संगीता के पति अनिल राजावत का कहना है कि पहले भरी पंचायत में उन्होंने अपनी पत्नी को दूसरे मर्दो के पैर छूके लज्जित होते देखा फिर दलितों द्वारा जलाये जाने पर आँखों के सामने ही दम तोड़ते देखा।
आरोपियों की दबंगई से पत्नी के चले जाने से पूर्व फौजी अनिल राजावत बेहद आहत हुए है व मीडिया को बयान देने की स्थिति में भी नहीं है।
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