मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के परतापुर थाने के सिपाही द्वारा हिंदू धर्म के प्रतीक चिन्ह तिलक पर कथित अभद्र टिप्पणी को लेकर सिपाही की बर्खास्तगी की मांग शुरू हो गई है
जानकारी के मुताबिक जिले के परतापुर थानांतर्गत डुंगरावली गांव में बीते दिनों रास्ते को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था। गुरुवार को थाने पर दोनों पक्षों में वार्ता चल रही थी, तभी एक पक्ष के समर्थन में बजरंग दल के गगोल निवासी बाबू लोधी और भोला लोधी भी पहुंच गए।
आरोप है कि इसी दौरान कांस्टेबल शफीक सैफी ने उनके साथ अभ्रदता कर दी। मामले की जानकारी होते ही बजरंग दल, विहिप व अन्य हिंदू संगठनों के पदाधिकारी परतापुर थाने पहुंच गए और कांस्टेबल के खिलाफ कार्रवाई को हंगामा कर दिया। इसके बाद उन्होंने हाईवे पर जाम लगा दिया। बाद में पुलिस ने बड़े अधिकारियों ने पहुंच कर मामले को शांत करवाया और उचित कार्रवाई का भरोसा दिया।
बजरंग दल की ओर से एक तहरीर भी दी गई जिसमें कहा गया कि परसों शाम इंगरावली गाँव में कुछ हिन्दू व मुस्लिम लड़कों में झगड़ा हो गया था। माहोल खराब न हो, इसे ध्यान में रखते हुए संगठन के उच्च अधिकारियों ने थाने में इसका फैसला करवा दिया लेकिन परतापुर थाने में तैनात एक सिपाही जिनका नाम शफीक सैफी है, ने कार्यकर्ताओं के तिलक लगाने पर अति अभद्र टिप्पणी की। जो किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं हैं।
संगठन ने यह भी कहा कि इससे पहले भी शफीक सैफी इस प्रकार की अभद्रता कई लोगों के साथ कर चुके हैं। इस घटना के बाद से उनका मन बहुत आहत है एवं उनकी धार्मिक भावनाओं को बहुत ठेस पहुंची है।
वहीं इस पूरे मामले पर मेरठ पुलिस ने भी प्रतिक्रिया दी है। पुलिस ने कहा कि प्रकरण उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है, जांच की जा रही है I जांचोपरांत आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।