फ्रांस की राजधानी पेरिस में मोहम्मद पैगम्बर का कार्टून दिखाने वाले टीचर की बेरहम हत्या के बाद फ्रांस ने कट्टरपंथी संगठन व उनके सूत्रधारों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है।
न्यायिक सूत्र ने सोमवार को समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि पैसों के बदले हत्यारे को टीचर सैमुअल पैटी को पहचानने में मदद करने वाले 4 स्कूल छात्रों को हिरासत में ले लिया गया है। इससे हत्या के बाद हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या 15 हो गई। हत्यारे के दादा, माता-पिता और 17 वर्षीय भाई को भीषण हमले के तुरंत बाद हिरासत में लिया गया था।
एक छात्र के पिता, जिन्होंने कथित तौर पर श्री पैटी के खिलाफ एक ऑनलाइन अभियान शुरू किया था और एक कट्टरपंथी इस्लामी उपदेशक शनिवार को गिरफ्तार छह लोगों में से थे। गृह मंत्री गेराल्ड डार्मैनिन ने दो व्यक्तियों पर शिक्षक के खिलाफ “फतवा” जारी करने का आरोप लगाया। जिस स्कूल में हत्या हुई, वहां लोगों ने सैमुअल पैटी को श्रद्धांजलि भी दी।
उधर सोमवार को हुए दर्जनों छापे संदिग्ध इस्लामिक कट्टरपंथियों के ठिकानों पर किए गए। मंत्री डार्मैनिन ने कहा कि पुलिस लगभग 80 लोगों से पूछताछ करेगी, जिनके बारे में माना जाता था कि उन्होंने हत्या के समर्थन में संदेश पोस्ट किए थे।
गृह मंत्रालय के एक सूत्र ने एजेंसी एएफपी को बताया, “हम इस आंदोलन को बहुत ही निर्धारित तरीके से परेशान और अस्थिर करना चाहते हैं।” सरकार ने यह भी कहा कि वह 51 फ्रांसीसी मुस्लिम संगठनों की जांच कर रही है। इसने कहा कि यदि कोई घृणा को बढ़ावा देता पाया गया, तो उन्हें बंद कर दिया जाएगा।