लखनऊ – अल्पसंख्यक कल्याण एवं समाज कल्याण विभाग उत्तरप्रदेश के प्रमुख सचिव बीएल मीणा द्वारा विभाग के निर्देशक बाल कृष्ण त्रिपाठी और अन्य अधिकारियों के साथ अभद्र टिप्पणी और गलत व्यवहार तथा एससी एसटी एक्ट में भी फंसाने का मामला सामने आया हैं।
जागरण के इनपुट्स के मुताबिक समाज कल्याण विभाग के निदेशक बालकृष्ण त्रिपाठी और अन्य अधिकारियों ने भी प्रमुख सचिव मीणा पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। बीएल मीणा द्वारा किए गए अभद्र भाषा और दुर्व्यवहार से आहत विभाग निर्देशक बाल कृष्ण त्रिपाठी को दिल का दौरा आ गया जिसके बाद उन्हें लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
विभाग प्रमुख बीएल मीणा
अल्पसंख्यक कल्याण एवं समाज कल्याण विभाग उत्तरप्रदेश के प्रमुख बीएल मीणा के द्वारा विभाग के अधिकारियों के साथ अभद्र भाषा और व्यवहार का मामला सामने आया है। विभाग की एक वर्चुअल मीटिंग के दौरान प्रमुख सचिव मीणा ने विभाग निर्देशक के खिलाफ अपमानजनक शब्दों और अभद्र अभद्र टिप्पणी करते नज़र आ रहें हैं। अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए सरकार को भी भला बुरा कहा तथा विभाग प्रमुख मीणा के द्वारा साथी विभाग के अधिकारियों को एससी एसटी में फंसाने की धमकी भी दी गई।
हमें लगी जानकारी के अनुसार बीएल मीणा का इस तरह से दुर्व्यवहार का मामला पहली बार नहीं आया है। वो बार-बार अपने विभाग के अधिकारियों इसी तरह से पेश आते हैं। लेकिन इस बार उनके द्वारा किए गए बर्ताव के चलते निर्देशालय के अधिकारियों व कर्मचारियों ने गुस्से में सभी काम-काज ठप कर दिया।
मीणा के व्यवहार को लेकर सदन में चर्चा
प्रदेश में ये मामला काफी चर्चा में भी है जिसका कारण है कि विधान परिषद में सपा के राजेश यादव ने भी मीणा के बर्ताव का मामला सदन में उठाया। उन्होंने सदन को बताया कि प्रमुख सचिव मीणा के व्यवहार के कारण एक आइएएस अफसर को दिल का दौरा पड़ गया है। इस तरह का घटिया व्यवहार और मानसिकता किसी भी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को शोभा नहीं देता हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.