‘कोरिया-अयोध्या के हैं संबंध, अयोध्या से संबंधित कलाकृतियां पुरातात्विक अवशेषों में मिली हैं’: दक्षिण कोरियाई राजदूत

नई दिल्ली: भगवान राम को दक्षिण कोरिया की संस्कृति से भी सम्बन्ध बताया गया है।

अयोध्या में राम मन्दिर का सैकड़ों वर्षों का इंतजार अब परसों साकार हो रहा है। पूरा देश इस ऐतिहासिक गौरवशाली क्षण का गवाही बनने जा रहे हैं। शुभ घड़ी के लिए दुनिया भर के रामभक्त प्रतीक्षा कर रहे हैं।

इसी कड़ी में सुदूर दक्षिण कोरिया के राजदूत ने भी भगवान राम से अपनी कोरियाई संस्कृति का प्राचीनतम सम्बंध बताया है।

दक्षिण कोरियाई राजदूत शिन बॉन्ग किल ने अपने बयान में कहा कि “कोरिया के साथ अयोध्या के महत्वपूर्ण संबंध हैं। कोरिया की प्राचीन इतिहास पुस्तक में लिखा है कि अयोध्या की एक राजकुमारी ने एक कोरियाई राजा किम सुरो से शादी की थी।”

इसके बाद राजदूत ने अयोध्या व दक्षिण कोरिया व पुरातात्विक महत्व के जरिए सम्बंध बताया। उन्होंने बयान में जोड़ते हुए कहा कि “राजा के मकबरे से पुरातात्विक निष्कर्षों में, अयोध्या से संबंधित कलाकृतियों को पाया गया है।”

भूमि पूजन से दिव्य युग का प्रारंभ:

रामायण के राम अरूण गोविल ने राम मंदिर भूमि पूजन पर खुशी जताते हुए कहा कि “भगवान श्रीराम के मंदिर के शिलान्यास की प्रतीक्षा समस्त मानव जाति कर रही है।”

आगे अरुण गोविल ने कहा कि “अयोध्या में भूमि पूजन के साथ ही एक दिव्य युग का शुभारंभ हो जाएगा। जय श्रीराम।”

फ़र्जी सेकुलरधारियों पर भड़के थे राम:

पिछले महीनों दूरदर्शन के रामायण में दिखे राम यानी अरुण गोविल नें हिंदु धर्म और सेकुलरिज्म को लेकर भी बहुत बड़ी टिप्पणी की थी। अरुण गोविल नें अपने बयान में हिंदु धर्म के उदारवाद, संवेदनशीलता व मानवतावाद जैसे सैद्धांतिकगुणों का बखान किया।

रामायण के राम ने कहा कि “हिन्दू धर्म जो सदा ही उदारवादी रहा है, संवेदनशीलता और मानवता जिसका गुण रहा है। उसे सेक्युलरिज्म मत सिखाओ ऐ बुद्धिजीवियो।”

आगे उन्होंने हिंदु धर्म के इंसानियत के सिद्धांतों की तारीफ की और कहा कि “इंसानियत हिंदु धर्म का सदा गुरूमंत्र रहा है।”

सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए राम:

आपको बता दें कि अरुण गोविल रामायण की पुनर्प्रस्तुति के बाद सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने लगे हैं वो अपने सोशल मीडिया माध्यमों से वर्तमान में चल रहे मुद्दों व बहसों को भगवान राम के गुणों के जरिए अपने विचार साझा करते हैं।

इसके अलावा अपनी आधिकारिक वेबसाइट में वो राम के गुणों से जोड़कर ताजा तरीन मुद्दों पर लेख भी लिख रहे हैं।


Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’

+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने की पहली वर्षगांठ मनाएंगे POK के मानवाधिकार कार्यकर्ता !

Next Story

ग़ाज़ीपुर पीड़ितों से मिलने आये ब्राह्मण मंत्री के खिलाफ हुई नारेबाजी, दरोगा को बर्खास्त न करने पर आत्महत्या करने का एलान

Latest from ऋग्वेद

उत्तराखंड: गायिका अनुराधा पौडवाल ने CM से की भेंट, ऐतिहासिक मंदिरों को विश्व पटल पर लाने पर हुई चर्चा

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में कल प्रख्यात गायिका “पद्म श्री”…

उत्तराखंड: देवस्थानम बोर्ड मुद्दे पर तीर्थ पुरोहितों के प्रतिनिधि मंडल ने CM से की मुलाकात, CM बोले- अहित नहीं होने दिया जाएगा

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूक धारियों…