ग्वालियर- मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में भगवान श्रीराम के भजन सुनने, भगवा झंडा लगाने और पूजा पाठ करने पर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने एक महिला के साथ मारपीट की हैं। पीड़ित महिला का आरोप है कि 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन वह अपने घर में भगवान श्री राम के भजन सुन रहीं थी, लेकिन उनके पड़ोस में रहने वाले राहुल राजौरिया, रोहित राजौरिया और इनके पिता जगदीश राजौरिया को यह अच्छा नहीं लगा और धमकी देते हुए भजन बंद करवा दिए और घर बाहर लगे झंडे भी निकाल कर फेंक दिए।
पीड़ित महिला ने बताया कि बीते दिन बुधवार को वह अपने घर पर भजन सुन रहीं थी, तो राहुल, रोहित और जगदीश राजौरिया दोबारा आए और उसके साथ धक्का मुक्की करते हुए मारपीट करने लगे। उन्होंने धमकी दी कि यहां रहना है तो जय श्री राम नहीं “जय भीम” बोलना पड़ेगा। हालांकि इस पूरे मामले में माधोगंज पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली हैं।
यहां रहना है तो “जय भीम” बोलना होगा
पीड़ित महिला कविता जाटव ने बताया कि वह माधोगंज थाना क्षेत्र के बौद्ध नगर में रहतीं हैं। उसने बताया कि वह भगवान श्री राम की परम भक्त हैं और वह 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य पर बहुत ही उत्साहित थी, इस मौके पर उसने घर पर भगवान श्रीराम के झंडे लगाए थे और भजन चला रहीं थी। लेकिन उनके पड़ोस में रहने वाले भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को यह पसंद नहीं आया और घर पर लगे झंडे उखाड़ कर फेंक दिए।
महिला ने वीडियो जारी कर बताया कि बीते दिन बुधवार को वह अपने घर में भजन सुन रहीं थी और साथ ही झाडू लगा रहीं थी, इसी दौरान राहुल, रोहित और जगदीश आए और भजन बंद करवा दिए और उसे धक्का देकर सड़क पर गिरा दिया व मारपीट करने लगे। उन्होंने धमकी दी कि अगर यहां रहना है तो जय श्रीराम नहीं, जय भीम बोलना पड़ेगा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि श्रीराम भगवान नहीं है, यहां श्रीराम के झंडे नहीं लगाना, यहां सिर्फ जय भीम के नीले झंडे लगेगें। महिला ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इन लोगों की वजह से उसका घर से निकलना भी मुश्किल हो गया हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.