जबलपुर: मध्यप्रदेश में माफिया के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान में जबलपुर जिला प्रशासन ने आज बुधवार को नगर निगम एवं पुलिस के सहयोग से आधारताल राजस्व अनुविभाग के अंतर्गत महाराजपुर एवं सुहागी में अलग-अलग स्थानों पर कार्यवाही कर 28 करोड़ रुपये की अनुमानित मूल्य की करीब सात एकड़ सीलिंग एवं शासकीय भूमि को भू-माफिया के अवैध कब्जे से मुक्त करा लिया है।
साथ ही इन पर हुये करीब 2 करोड़ रुपये के निर्माण को जेसीबी मशीनों की सहायता से ध्वस्त कर दिया गया है।
तहसीलदार आधारताल राजेश सिंह के अनुसार एसडीएम आधारताल नमः शिवाय अरजरिया के नेतृत्व में की गई इस कार्यवाही में महाराजपुर में करीब 4 एकड़ भूमि पर बड़ी ओमती निवासी यूसुफ खान के कब्जे से मुक्त कराया गया है। यूसुफ द्वारा इस भूमि पर कॉलोनी बनाई जा रही थी और भूमि का विक्रय कर खरीददारों को सीलिंग की इस भूमि पर कब्जा कराया जा रहा था।
अतिक्रमण और अवैध निर्माण से मुक्त कराई गई मुख्य सड़क मार्ग से लगी सीलिंग की इस भूमि की कीमत करीब 16 करोड़ रुपये है। मुक्त कराई गई भूमि पर 5-6 लोगों द्वारा निर्माण किया जा रहा था। करीब एक करोड़ की कीमत के इन निर्माणों को भी ध्वस्त कर दिया गया है।
तहसीलदार के मुताबिक महाराजपुर में सीलिंग की मुक्त कराई गई इस भूमि के अलावा बुधवार को सुहागी में करीब एक एकड़ शासकीय भूमि को तथा सुहागी में ही दो एकड़ शासकीय भूमि को भी भू- माफिया के अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है।
सुहागी की खसरा नम्बर 11 की भूमि पर अबरार हुसैन एवं अन्य ने कब्जा कर रखा था, महिला एवं बाल विकास विभाग को आबंटित दो एकड़ के भू-रकबे पर मुकेश दुबे का अवैध कब्जा था। खसरा नम्बर 11 की अन्य एक एकड़ शासकीय भूमि का बाजार मूल्य करीब चार करोड़ रुपये तथा अन्य दो एकड़ शासकीय भूमि का बाजार मूल्य लगभग 8 करोड़ रुपये है। इन दोनों स्थानों पर करीब एक करोड़ रुपये के निर्माणों को भी ध्वस्त कर दिया गया है।
एसडीएम आधारताल अरजरिया ने बताया कि महाराजपुर में सीलिंग की भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले यूसुफ खान की गिरफ्तारी के आदेश पुलिस को दिये गये हैं। उसकी खसरा नम्बर 125 की भूमि को भी अहस्तांतरणीय घोषित करने की कार्यवाही की जा रही है।