शिवपुरी: मध्यप्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपने 39 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है, जिसमें शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा सीट भी शामिल हैं। जहां से बीजेपी ने ब्राह्मण का अपमान करने वाले गालीबाज नेता प्रीतम लोधी को अपना प्रत्याशी बनाया हैं। वहीं आक्रोशित लोगों का मानना है कि पार्टी से छ: साल का निष्कासन बीजेपी का एक मात्र छलावा और सोची समझी चुनावी रणनीति थी।
बीजेपी ने पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती के करीबी कहें जाने वाले प्रीतम लोधी को 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में भी अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन बीजेपी को दोनों ही बार हार का सामना करना पड़ा था और कांग्रेस उम्मीदवार केपी सिंह (कक्काजू) ने दोनों बार जीत दर्ज की थी। माना ऐसा भी जा रहा है कि प्रीतम लोधी को अपना उम्मीदवार बनाए जाने पर इस बार भी बीजेपी को नुकसान झेलना पड़ सकता हैं।
ब्राम्हणों पर दिया था विवादित बयान
आपको बता दे कि पिछले वर्ष शिवपुरी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता प्रीतम लोधी ने ब्राह्मणों को लेकर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ब्राह्मण नो दिन तक पूजा पाठ के नाम पर लोगों को पागल बनाते है और दान के नाम पर चावल, फल फ्रूट आदि ले जाते है। उन्होंने आगे अपने बयान में कहा था कि ब्राम्हण बीस से पैतीस साल की महिलाओ को आगे बैठाते है और बुड्डी ठुड्डी महिलाओ को पीछे बैठा देते है, इतना ही नहीं अच्छे घर की सुंदर महिलाओं को देख कर शाम का भोजन भी उनके ही घर पर खाने का तय करते हैं।
बीजेपी नेता प्रीतम लोधी के इस बयान के बाद उन्हें काफी विरोध का सामना भी करना पड़ा था। जिसके बाद पार्टी की छवि को धूमिल होता देख बीजेपी ने उन्हें छ: साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। हालांकि विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण पार्टी ने प्रीतम लोधी को निष्कासन के सात महीने के भीतर ही पार्टी में वापस ले लिया था।