शिमला: हिमाचल प्रदेश में भाजपा के एससी मोर्चा ने धर्म परिवर्तन के बाद दलितों को आरक्षण न देने की वकालत की है। भाजपा अनुसूचित जाति (एससी) मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने शिमला के होली डे होम में पत्रकारों के साथ हुई वार्ता में यह बाते कही है। आर्य ने कहा कि छुआछूत के कारण ही दलितों को आरक्षण का लाभ दिया गया था। इसमें गरीबी का कोई वर्णन नहीं था। अगर दलित समाज के लोग धर्मांतरण कर दूसरे धर्म में जा रहे हैं, तो उन्हें आरक्षण नहीं मिलना चाहिए।
ईसाई व मुस्लिम बन रहे दलितों का ख़त्म हो आरक्षण
आर्य ने जोर देते हुए कहा कि ईसाइयों और मुस्लिमों में दलितों को एससी की तर्ज पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता है। आरक्षण अस्पृश्यता के आधार पर दिया गया है न कि इसे गरीबी को आधार बनाकर दिया है।
आर्थिक आधार पर अभी नहीं देना चाहिए आरक्षण
सभी आरक्षण को आर्थिक आधार पर करने के सवाल पर आर्य ने कहा कि जब तक दलितों को अन्य वर्ग की तरह आर्थिक और राजनीतिक दृष्टि से बराबरी नहीं मिलती है तब तक आरक्षण को आर्थिक आधार पर नहीं किया जा सकता है। साथ ही आर्य ने मोदी सरकार के EWS आरक्षण की भी सराहना की है।
मोदी के दौर में आया 142 लाख करोड़ रुपये का विशाल एससी बजट
मोदी सरकार में दलितों की स्थिति पर आर्य ने कहा देश की आजादी के बाद मोदी सरकार में ही सबसे अधिक दलितों का सम्मान हुआ है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा 142 लाख करोड़ रुपये का बजट एससी वर्ग के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में ही आया है।
Shivam Pathak works as Editor at Falana Dikhana.