बुलगढ़ी: हाथरस के बुलगढ़ी में एक के बाद एक चौकाने वाली हमारी रिपोर्ट से पूरा मीडिया जगत स्तब्ध हो गया है। जिसके बाद हमारी टीम ने एक बेहद सूक्ष्म व अति महत्त्वपूर्ण जानकारी खोद निकाली है। दरअसल घटना वाले दिन की हम पहले भी खबर लिख चुके थे जिसमे मौके पर पहली बार पहुंचे व्यक्ति ने सभी चीजों को हमसे साझा किया था। परन्तु एक बार फिर से हमारी टीम ने इस विषय पर खोजबीन शुरू करी। इस बार हमने फसाये गए तीनों आरोपियों के परिजनों व संदीप के परिजनों से घंटो सवाल जवाब किये। पूछा कि घटना के बाद संदीप ने आपसे क्या बताया था। अन्य आरोपियों से पूछा कि आखिर हुआ क्या था जो आपको आगे कर दिया गया।
इसी प्रकरण में आरोपी बनाये गए 19 वर्षीय लवकुश की माँ ने उस दिन की सभी बाते हमसे साझा करी। उन्होंने बताया कि लवकुश उनके साथ ही साथ में खेत में था। बिलकुल दो कदम की दुरी पर। जिसके बाद उन्होंने आवाज सुनी तो घटना पर लवकुश के साथ पहुंची। वहीं लवकुश व उसकी माँ पीड़िता से महज 20 से 25 कदम की दुरी पर रही होंगी। जिसके बाद लवकुश ने पीड़िता की माँ के कहने पर पीड़िता को पानी लाकर दिया था। वहीं इनसे पहले के घटनाक्रम से सब अभी तक अनजान थे कि इससे पहले क्या हुआ था। लवकुश की माँ ने उनके बेटे का नार्को टेस्ट तुरंत कराने की गुजारिश करी है क्यूंकि उनकी आँखों के सामने घास काट रहे उनके 19 वर्षीय लाडले को कुछ दिन बाद गैंग रेप में फसा दिया गया था।
उसी को लेकर हमारी टीम ने दिन रात कर एक नई लीड ढूंढ निकाली जो पुरे मामले को पलट रही है। गाँव में रहने वाला एक लड़का विक्रांत उर्फ़ छोटू का पीड़िता के बगल में ही खेत है। उस रोज छोटू वहीं अपना कार्य कर रहा था। छोटू के अनुसार पीड़िता की माँ उसके पास आई और बोली कि तुमने मनीषा देखी? तो उसने कहा नहीं यही होगी देख लो। छोटू के मुताबिक पीड़िता की माँ उसे खोजने की नौटंकी जैसा कर रही थी। पूछने के तुरंत बाद पीड़िता की माँ एक दम से उसी स्थान पर पहुंच गयी जहां पीड़िता स्तब्ध पड़ी थी। लोगो के अनुसार ऐसा लग रहा था पूरा घटनाक्रम फिक्स था। नाम(कई लोगो ने अपनी पहचान छुपाने की शर्त पर बताया) ना आने के डर से सब चुप है। इसके बाद छोटू ने कहा कि शायद इसको अटैक पड़ा होगा गर्मी से इसे पानी पिला दो। तब तक लड़की की माँ ने कहना शुरू कर दिया कि संदीप छोरा मोरी बेटी को मार को चला गयो। जिसके बाद वहां भीड़ इक्खट्टा हो गयी। उसी दौरान आवाज सुन लवकुश अपने बेटे के साथ वहां पहुंची। जिसपर उसका भाई भी वहां पंहुचा हुआ था। परन्तु उस दिन एक छोटी घटना समझ सब अपने अपने घर चले गए। न ऐसा लग रहा था कि पीड़िता की मृत्यु हो जाएगी।
लेकिन एकाएक दिन गुजरने के साथ नाम बढ़ते गए व गैंग रेप व हैवानियत के गंभीर दावे भी। जिसने आगे राजनितिक तूल भी पकड़ लिया।
वहीं इस घटना के अधिक तूल पकड़े जाने के बाद से छोटू बेहद डर गया कि कहीं उसे भी इस सबमे फसा न दिया जाए। जैसा लवकुश के साथ हुआ। जिसके बाद से छोटू फोन बंद कर कहीं भाग गया है। सभी आरोपियों के परिजनों की एक राय मांग है कि किसी तरह छोटू को ढूंढ कर उसका नार्को टेस्ट करवा लो। फिर अगर संदीप व अन्य के खिलाफ एक भी सबूत मिल जाये तो उन्हें तत्काल गोली मार दे। छोटू के गायब होने व पीड़िता की माँ के छोटू से फ़िल्मी बर्ताव करने व तहरीर पर कुछ और लिखकर देने से सवाल उठने लाजमी है।
तहरीर में माँ व भाई ने बिलकुल इसके उलट लिखा था
तीन दिन पहले सबसे पहले हमने भाई द्वारा थाने में दी गयी तहरीर को छापा था जिसमे भाई सतेंद्र ने लिखा था कि संदीप आया और उसकी बहन का गला दबाने लगा तो उसकी माँ ने आवाज सुनी जिसको आता देख संदीप वहां से भाग गया था। वहीं छोटू के मुताबिक उसकी माँ ढूढ़ने का नाटक सा कर रही थी जोकि बात करते ही एक दम उसी स्थान पर चली गयी जहां लड़की पड़ी थी।
वहीं ग्रामीणों के मुताबिक मनीषा की स्थिति देख कर यह नहीं कहा जा सकता था कि उसकी मौत हो जाएगी। वहीं दोनों में प्रेम संबंध को संदीप के भाई ने भी सही ठहराया है। संदीप के छोटे भाई मोहित ने हमें बताया कि उसके भाई का मनीषा से प्रेम संबंध था। जिससे पीड़िता का भाई व माँ उसकी(मनीषा) पिटाई करते रहते थे। वहीं उन्होंने भी सभी का नार्को टेस्ट कराने का आग्रह किया है। क्यूंकि अब छोटू के दावे आने के बाद से शक की सुई पीड़िता के भाई पर घूमने लगी है।
ज्ञात होकि कल मंजू दिलेर(दलित सांसद की बेटी) ने भी हमसे यह बात साफ़ करी थी कि लड़की की भाभी व भाई के कहने पर उन्होंने तीन नाम बढ़वाए थे। यह बात उनसे पीड़िता ने नहीं कही थी व एकाएक नाम में बढ़ोतरी कराई गयी थी। अब यह जांच का विषय है कि क्यों आखिर CBI जाँच व नार्को टेस्ट से पीड़िता का भाई व भाभी पीछे हट रहे है। खैर छोटू को ढूँढना अब इस केस की सबसे बड़ी जरुरत बन गयी है जिसका कुछ अता पता नहीं चल रहा है।
(छोटू के द्वारा बताये गए सभी दावों को हमने मौके पर पहुंचे ग्रामीणों, लव कुश की माँ, अन्य परिजनों से बातचीत कर मिलान कर ही लिखा है जिसमे सभी ने छोटू का एक ही वक्तवय हमें बताया था। छोटू को ढूंढ़ने व जांच में शामिल करने के लिए उन्होंने हमसे गुजारिश भी करी थी)
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