टीकमगढ़- मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ नगरपालिका की सीएमओ रीता कैलाशिया द्वारा विकास कार्यों में सहयोग न करने और झूठे एससी एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी के चलते मंगलवार को पार्षदों ने कलेक्टर निवास पर पहुंच कर शिकायत दर्ज कराईं हैं।
नगरपालिका उपाध्यक्ष प्रतिनिधि संजय नायक का कहना है कि जब भी सीएमओ रीता कैलाशिया से किसी काम को लेकर बात की जाती है तो वह एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देती है, ऐसे में पार्षदों को नगरपालिका जाने में भी डर लगने लगा हैं।
20 साल बाद हुआ सत्ता परिवर्तन
आपको बता दे कि टीकमगढ़ नगरपालिका पर पिछले 20 सालों से बीजेपी का कब्जा रहा था, लेकिन इस बार हुए नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस अपना अध्यक्ष बनाने में सफल रही थी। जहां कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार का कहना है कि सीएमओ रीता कैलाशिया न तो नगरपालिका के दफ्तर आती है और न ही विकास कार्यों में सहयोग करती हैं, उनका कहना है कि बीते दिनों हुई परिषद की पहली बैठक में भी वह उपस्थित नहीं रही थीं।
इतना ही नहीं निर्दलीय पार्षद निर्दलीय पार्षद हबीब राइन ने बताया कि सीएमओ न तो दफ्तर में बैठती हैं और न ही पार्षदों के फोन रिसीव करती है, जिससे नगर के सभी विकास कार्य रुक गए हैं।
वहीं इस मामले में नगरपालिका सीएमओ रीता कैलाशिया ने महिला पार्षदों के पति पर पार्षद प्रतिनिधि बनकर परेशान करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मैं रोज ऑफिस जा रहीं हूं, मेरी तरफ से अपने काम में कोई लापरवाही नहीं बरती जाती हैं।
एसडीएम को सौंपी गई जांच
नगरपालिका सीएमओ रीता कैलाशिया के खिलाफ पार्षदों द्वारा जो शिकायत की गई है, उसके बाद इस मामले की जांच टीकमगढ़ एसडीएम को सौंपी गई हैं। वहीं कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी का कहना है कि जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.