भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पंडित विद्वानों का क्रिकेट टूर्नामेंट शुरू हुआ है। जहां धोती-कुर्ता पोशाक, कोई तिलक तो कोई त्रिपुंडधारी पंडित, संस्कृत में कमेंट्री और काष्ठपट्ट (बैट) कंदुकम (बॉल) का खेल पटकंदुक (क्रिकेट), जैसे शब्द सुनने को मिल रहे हैं।
दरअसल भोपाल में शनिवार 9 जनवरी से महर्षि महेश योगी जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में तीन दिनों की क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। एक अनूठा मैच जो शनिवार को भोपाल के अंकुर स्टेडियम में खेला गया, जब महर्षि महर्षि योगी की 104 वीं जयंती मनाने के लिए महर्षि कप टूर्नामेंट में पुजारियों ने बैट और बॉल लिया।
प्रतियोगिता आयोजन में शामिल महर्षि वैदिक परिवार के अध्यक्ष पण्डित कपिल शर्मा ने कहा कि सभी खिलाड़ी वैदिक विद्वान हैं कोई वेदाचार्य है कोई प्रकांड पंडित है। गुरुकुल से विद्या अध्ययन कर ये विद्वान क्रिकेट में हिस्सा ले रहे हैं। पूरी दुनिया कोरोना में मानसिक तनाव में थी तो लोगों में फिर से ऊर्जावान व स्फूर्ति लाने के लिए इस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया।
वहीं एक अन्य आयोजक व संस्कृति बचाओ मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय शंकर तिवारी ने कहा कि जैसे वैदिक ब्राह्मण वेद पाठ करते हैं वैसे ही संस्कृत में कमेंट्री हो रही है। हम संदेश देना चाहते हैं कि हम हर कार्य में निपुण हैं आगे हैं।
पहले मैच में महर्षि क्रिकेट क्लब ने गुफ़ा मंदिर इलेवन के लिए 104 रनों का लक्ष्य रखा, जो 32 रनों से हार गया। दूसरी दिलचस्प बात है कि प्रतियोगिता में मैच जीतने पर पुरस्कार वेद पुस्तक दी जाती है। जबकि प्रतियोगिता जीतने वालों को पंचांग पुरस्कार दिया जाता है।