पटना: बिहार की राजधानी में एक युवक पर दलित युवक द्वारा शारीरिक शोषण न करने देने पर एससी एसटी एक्ट लगाने का मामला सामने आया है।
मामला तब प्रकाश में आया जब पीड़ित युवक ने न्याय की गुहार लगाते हुए सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट करी। पीड़ित राकेश कुमार (बदला हुआ नाम) ने हमें बताया कि उसके साथ एक दलित युवक लम्बे समय से जबरन शारीरिक सम्बन्ध बनाता था। इसी बीच उसने इस प्रकरण की वीडियो भी बना डाली थी जिसके एवज में लगातार वह उसको कुकर्म करने के लिए प्रेरित करता था। थक हार कर जब पीड़ित युवक ने आगे ऐसा न करने की बाते कही तो आरोपी युवक ने उसे एससी एसटी एक्ट के आरोप में जेल भेज दिया।
मामला संज्ञान में आने के बाद हमारी टीम ने पीड़ित युवक से बात कर पुरे केस की जानकारी जुटाई है। घटना के बारे में हमें बताते हुए राकेश कुमार ने बताया कि यह सब वर्ष 2011 में शुरू हुआ था। उन दिनों एक दोस्त की पार्टी में ले जाकर कथित आरोपी राजन ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे दे दिया था। जिसके बाद आरोप है कि नशे की हालत में राजन ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया था।
इसी वीडियो को वायरल करने के एवज में राजन ने लगातार उसके साथ रोजाना 4 वर्षो तक सम्बन्ध बनाये थे। वहीं कुछ समय बाद युवक की नौकरी रेलवे में लग गयी थी। नौकरी के बाद राजन युवक से पैसे की मांग करने लगा। परेशान होकर राकेश ने प्रकरण की शिकायत पुलिस में करने की बाते कही तो राजन ने उसे व उसके पूरे परिवार को ही एससी एसटी एक्ट में फसा दिया।
पत्नी को भेजा वीडियो, गई नौकरी
राजन ने कथित वीडियो को राकेश की पत्नी को भी भेज दिया था जिसके कारण राकेश का पारिवारिक रिश्ता संकट में आ गया। राकेश ने आगे बताया कि एससी एसटी एक्ट में उसे बीते दिनों जेल भी हो गई थी। पुरे 6 महीने जेल में रहने के बाद उसे बेल पर रिहा किया गया था। जेल जाने के बाद से उसकी नौकरी भी चली गई है।
200 से 250 वीडियो बनाये, वायरल करने की देता था धमकी
राकेश ने बताया कि चार वर्षो में राजन ने करीब 200 से 250 वीडियो बनाये थे। जिसको वायरल करने की धमकी देकर वह उससे शारीरिक सम्बन्ध बना रहा था। राकेश ने बताया कि राजन ऐसा इसलिए कर रहा था क्यूंकि वह ब्राह्मणो से द्वेष रखता है। जिसके चलते उसको वह अपमानित करने के मकसद से सम्बन्ध बनाता आ रहा था।
बातचीत में मानी परिवार पर फर्जी एससी एसटी एक्ट की बात
फ़ोन पर हुई बातचीत में राजन ने राकेश के परिवार के पांच लोगो को झूठे तौर पर फसाये जाने की बात मानी है। अधिक दबाव बनने के कारण राजन अब समझौते के लिए तैयार हो गया है लेकिन पीड़ित पक्ष को डर है कि भविष्य में राजन उसकी वीडियो को वायरल कर सकता है। एससी एसटी एक्ट के तहत आया यह अपने आप में अब तक का पहला मामला माना जा रहा है।