बाड़मेर- राजस्थान के बाड़मेर जिले में दलित संगठनों के द्वारा भोले भाले लोगों का धर्मांतरण और हिन्दूओं के पवित्र धर्म ग्रंथ श्रीमद्भागवत गीता को जलाने का मामला सामने आया है, जिसके बाद पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपियों अजमल, अमृतलाल निवासी हाथला और अर्जुनसिंह निवासी बाखासर को गिरफ्तार कर लिया हैं। हालांकि घटना बीते दिनों की बताई जा रहीं है, जिसका वीडियो सोशलमीडिया पर अब जमकर वायरल हो रहा हैं।
जय भीम के नारे लगाते हुए जलाई भागवत गीता
आपको बता दे कि घटना का वायरल वीडियो बाड़मेर जिले के बाखासर कस्बे का बताया जा रहा है, जहां 25 दिसंबर क्रिसमस के दिन बाखासर में दलित संगठनों के द्वारा लोगों का धर्म परिवर्तन कराने और बौद्ध धर्म की दीक्षा दिलाने के लिए एक प्रोग्राम का आयोजन गया था। जिसमें हिन्दूओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करते हुए पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भागवत गीता को जलाया गया था।
इतना ही नहीं वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा और सुना जा सकता है कि किस तरह दलित संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा जय भीम के नारों के साथ हिन्दूओं के पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भागवत गीता को जलाया जा रहा है और बचें हुए अधजले टुकड़ों को पैरों से कुचला जा रहा है।
जिसके बाद घटना का वीडियो सोशलमीडिया पर वायरल होने के बाद ग्रामीणों के साथ-साथ हिंदूवादी संगठन भी सड़क पर उतर आए और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। इतना ही नहीं घटना के संबंध में हिंदू संगठनों ने बाड़मेर कलेक्टर और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाये है और 24 घंटों में अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की हैं।
वहीं बाखासर कस्बे के निवासी रतनसिंह का कहना है कि इस देश का नाम हिन्दुस्तान है, इसमें हिंदुओं का स्थान हमेशा बना रहेगा। कुछ असामाजिक तत्वों ने नफरत फैलाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कहा कि हर किसी को कोई भी धर्म ग्रहण करने की आजादी है, लेकिन हिन्दू धर्म का विरोध या अपमान कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा।