लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा में बजट चर्चा के दौरान घोषणा की कि प्रदेश में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के छात्रों के लिए बनने वाले सभी छात्रावासों का नामकरण डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार बाबा साहेब अंबेडकर की विरासत को संजोने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे केवल संविधान की रक्षा की बातें करते हैं, लेकिन अंबेडकर और अन्य दलित नेताओं को कभी उचित सम्मान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कई ऐतिहासिक पहल की हैं, जिनमें अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र और पंच तीर्थ की स्थापना शामिल है। अब प्रदेश के हर जिले में एससी-एसटी छात्रों के लिए बनाए जाने वाले छात्रावासों का नाम बाबासाहेब अंबेडकर के नाम पर रखा जाएगा।
समाजवादी पार्टी पर निशाना
योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने सत्ता में रहते हुए अंबेडकर के नाम पर कोई संस्थान नहीं बनाया, बल्कि जो भी पहले से थे, उन्हें भी हटा दिया। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने लखनऊ स्थित बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में दलित छात्रों के लिए सावित्रीबाई फुले छात्रावास का निर्माण कराया है। समाजवादी सरकार ने कन्नौज मेडिकल कॉलेज से अंबेडकर का नाम हटा दिया था, जिसे भाजपा सरकार ने फिर से बहाल किया।
ऐतिहासिक स्थलों का संरक्षण
मुख्यमंत्री ने बताया कि भाजपा सरकार ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण और विकास के लिए प्रतिबद्ध है। प्रयागराज में निषादराज श्रृंगवेरपुर में एक भव्य कॉरिडोर बनाया गया, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उन्होंने कहा कि सपा सरकार इस ऐतिहासिक स्थल पर अतिक्रमण करना चाहती थी, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे धरोहर के रूप में संरक्षित किया। बहाराइच और श्रावस्ती में महाराजा सुहेलदेव की स्मृति में भव्य स्मारकों का निर्माण भी किया गया है। वाराणसी में संत रविदास के जन्मस्थान को भव्य स्वरूप दिया गया है। योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने महर्षि वाल्मीकि और गोस्वामी तुलसीदास जैसे महापुरुषों के स्मारकों के विकास में भी बाधा पहुंचाने का प्रयास किया।
नई योजनाओं की घोषणा
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने कई महापुरुषों की जयंती के अवसर पर नई योजनाएं शुरू की हैं। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर महिलाओं के लिए सात विशेष छात्रावास बनाए जाएंगे। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर प्रत्येक जिले में 100 एकड़ में रोजगार क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में इमलिया कोडर और बलरामपुर में जनजातीय संग्रहालय बनाए गए हैं, और मिर्जापुर व सोनभद्र में भी ऐसे ही संग्रहालय बनाए जा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर हर नगर निकाय में एक डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी।
गरीबों के लिए योजनाएं
योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर गरीबों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने 56 लाख से अधिक गरीबों के लिए घर बनाए, जबकि पिछली सरकारों के कार्यकाल में यह संख्या नगण्य थी। उन्होंने कहा कि विपक्ष को गरीबों के लिए शौचालय और घर बनने से भी परेशानी होती थी, क्योंकि वे केवल एक परिवार की राजनीति में व्यस्त रहते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट उत्तर प्रदेश की समृद्ध विरासत और सामाजिक न्याय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भाजपा सरकार ऐतिहासिक महापुरुषों को सम्मान देने और प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए कार्य करती रहेगी।