लखनऊ(ब्यूरो): लद्दाख के गालवान घाटी में चल रहे भारत व चीन के मध्य तनाव में आज भारत के 20 जाबांज जवान शहीद हो गए थे। वहीं कई अन्य सैनिको के घायल होने की खबरे भी भारतीयों के मन में चीन के प्रति गुस्से को बढ़ा रही है।
ऐसे में बीते दिनों से चल रहे बॉयकॉट चीन के ट्रेंड ने एक बार फिर से गति पकड़नी शुरू कर दी है।भारत-चीन सीमा पर बढ़ते विवाद और चीन बॉर्डर पर बीस सैनिकों की शहादत के बाद के पूरे देश में चीनी माल के बहिष्कार की आवाज़ तेज हैं।
इसी बीच गैर सरकारी संस्था फ़ौजी के अल्फ़ाज़ ने इस आवाज़ को आवाज़ न रहते हुए काम में तब्दील करना शुरू कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के एक छोटे से क्षेत्र बदायूँ में फ़ौजी के अल्फ़ाज़ के युवा वालंटियर्स ने दुकान-दुकान जाकर संपर्क किया और चीनी सामान को न बेचने की बात कही। इतना ही नहीं फ़ौजी के अल्फ़ाज़ ने उनकी दुकानों के आगे #BoycottChina के पोस्टर भी लगाए।
संस्था के अध्यक्ष श्री कुलदीप शर्मा के मुताबिक संस्था चीनी सामानों की बिक्री रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।
साथ ही संस्था रोजाना हजारो लोगो को भोजन मुहैय्या कराने का भी कार्य कर रही है जिसमे आदिवासी क्षेत्रो व शहरो में बसने वाले रेडी पटरी व झुग्गी वालो को विशेष तौर पर भोजन, खाद्य सामग्री, साबुन व मास्क बांटे जा रहे है।
संस्था द्वारा बांटे जा रहे राहत सामग्री कार्य में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, कर्णाटक, राजस्थान, हरियाणा व दिल्ली शामिल है।
इस संस्था को आप भी कुछ मदद देना चाहते है तो इनकी वेबसाइट www.faujikealfaaz.org को विजिट कर सकते है।