अयोध्या (UP) : राम मंदिर के लिए अयोध्या के पूर्व राजपरिवार नें चांदी का सिंहासन दान किया है।
प्रभु श्री राम के भव्य मन्दिर का काम शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में आज सोमवार को रामलला को सनातन पूजा अर्चना विधि के बाद प्रभु श्रीराम की मूर्ति को एक अस्थायी मंदिर में प्रतिस्थापित कर दिया गया है।
वहीं मन्दिर निर्माण के लिए बनाई गई श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को अयोध्या के पूर्व राजपरिवार के वर्तमान मुखिया श्री विमलेंद्र मोहन मिश्र ने रामलला के लिए चाँदी का भव्य सिंघासन भेंट किया है।
सिंघासन की लम्बाई 25 इंच, चौड़ाई 15 इंच, ऊँचाई 30 इंच है, इसका वजन 9.5 किलो है, यह सिंघासन बिमलेन्द्र ने बनवाया है।
अयोध्या के पूर्व राजपरिवार के वर्तमान मुखिया श्री विमलेंद्र मोहन मिश्र ने रामलला के लिए चाँदी का सिंघासन भेंट किया।
सिंघासन की लम्बाई 25 इंच, चौड़ाई 15 इंच, ऊँचाई 30 इंच है, इसका वजन 9.5 किलो है, यह सिंघासन बिमलेन्द्र जी ने बनवाया है। pic.twitter.com/RGOfLONLcQ
— Abhishek Mishra (@Abhishek_Mshra) March 23, 2020
रामलला विराजमान अपने नए अस्थाई मंदिर में 10 किलो चांदी के बने नए सिंहासन में विराजेंगे। ये सिंहासन राजस्थान के जयपुर से बनकर आया है।
जानकारी के मुताबिक 25 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नए अस्थाई मंदिर में श्री रामलला का अभिषेक करेंगे।
रामलला के लिए जर्मन पाइन लकड़ी और कांच से अस्थायी मंदिर तैयार हो चुका है, इसमें चारों तरफ से बुलेटप्रूफ कांच लगा है।