नई दिल्ली: हाल ही में आई भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट के बुरे प्रदर्शन ने ख़राब अर्थव्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। कोरोना महामारी की वजह से बंद रही बाजारू गतिविधियों के कारण करोडो लोगो की नौकरिया भी चली गयी जिस कारण लोगो ने खरीददारी भी बंद कर दी है।
बीते दिनों सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में ग्रोथ रेट माइनस 23.9% तक पहुंच गयी है जिससे सरकार पर अधिक दबाव बढ़ गया है। लेकिन गिरती हुई ग्रोथ रेट सिर्फ भारत तक सिमित नहीं रही थी बल्कि बड़ी बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश भी इसकी चपेट में आये है। अमीर देश अमेरिका, कनाडा, सिंगापोर, जापान व यूके भी अपनी अर्थव्यवस्था के गिरते स्तर से परेशान है।
अमेरिका की क्वार्टर 2 में अर्थव्यस्था हुई धड़ाम
विश्व का सबसे शक्तिशाली देश व सुपर पावर कहे जाने वाले अमेरिका ने भी इस महामारी के आगे घुटने टेक दिए। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका की ग्रोथ 32.9 के वार्षिक रेट के हिसाब से क्वार्टर 2 में गिर गयी। इसका मतलब यह हुआ कि क्वार्टर 2 में अमेरिका की जीडीपी ग्रोथ रेट भारत से भी अधिक प्रभावित होकर माइनस 32.9 पर पहुंच गयी है। हाल ही में अमेरिका में चुनाव होने वाले है ऐसे में देश के इतिहास में सबसे कम बेरोजगारी दर कर देने वाले डोनाल्ड ट्रम्प के लिए कोरोना महामारी ने मुश्किलें बढ़ा दी है।
अप्रैल से जून माह में कनाडा की ग्रोथ रेट माइनस 38.7% रही
अमेरिका की तरह ही कनाडा जैसे संपन्न देश में ग्रोथ रेट बेहद ख़राब रही है। क्वार्टर 2 जीडीपी आंकड़ों के मुताबिक ग्रोथ रेट माइनस 38.7% पर पहुंच गयी। कनाडा व अमेरिका ने मिलकर कोरोना से गिरी उनकी अर्थव्यवस्था के लिए चीन को जिम्मेदार ठहरना शुरू कर दिया है।
एशिया में सिंगापुर की हालत सबसे खस्ता, 42.9% तक सिकुड़ी क्वार्टर 2 में अर्थव्यवस्था
सिंगापुर में अर्थव्यस्था 42.9% तक सिकुड़ गयी है। कभी एशियाई टाइगर का ख़िताब लिए संपन्न होने वाले सिंगापुर के इतिहास में सबसे ख़राब ग्रोथ रेट मानी जा रही है। ज्ञात होकि चीन के कोरोना वायरस ने सबसे अधिक नुकसान संपन्न देशो को ही पहुंचाया है।
टेक्नोलॉजी पर चलने वाला जापान कोरोना के कारण माइनस 27.8% पर पंहुचा
टोयोटा, सोनी, हुंडई व सॉफ्टबैंक जैसी दिग्गज कंपनियों के दम पर अपनी अर्थव्यवस्था से दम भरने वाला जापान इन दिनों कोरोना से परेशान है। कोरोना महामारी ने जापान की कमर तोड़ कर रख दी है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक जापान की ग्रोथ रेट 27.8% तक गिर गई है।
इन आंकड़ों से साफ़ है कि न सिर्फ भारत की ग्रोथ रेट कोरोना की वजह से धड़ाम हुई है बल्कि अन्य देशो की हालत भी खस्ता हो चली है।
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