अमरकंटक(ब्यूरो) : इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्विधालय में रोस्टर स्कीम व आर्थिक आरक्षण को लेकर प्रदर्शन कर रहे एससी एसटी छात्रों ने परीक्षा दे रहे पीएचडी के छात्र को बुरी तरह पिट दिया।
आरोप है की हिंदी विभाग के पीएचडी छात्र आश्विन कुमार सिंह को आंदोलन में शामिल न होने व परीक्षा देने पर बुरी तरह से मारा गया है। 13 पॉइंट रोस्टर और आर्थिक आरक्षण के विरोध में इससे पहले भी 31 जनवरी को छात्र प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके थे जिसके बाद अनुसूचित जाति व जनजाति से आने वाले छात्रों ने 5 मार्च को एक बार फिर से भारत बंद के आह्वान पर प्रदर्शन किया था।
प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने जबरन कक्षाएं बंद करवाई व पेपर व परीक्षा देने वाले छात्रों को प्रताड़ित किया गया। नाम न छापने की शर्त पर पत्रकारिता विभाग के प्रोफेसर ने बताया की कैंपस में बीते कई दिनों से सामान्य वर्ग के छात्रों व कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है व विश्विधालय छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है अनुसूचित छात्र एससी एसटी एक्ट में फ़साने की धमकी भी देते है।
वही प्रशासन से प्राप्त हुयी चिट्ठी में अनुसूचित छात्रों ने मारपीट के बाद एक चिट्ठी लिख कर आरोप लगाया गया की अध्यापक रेनू सिंह और छात्र अश्वनी सिंह द्वारा जातिगत टिप्पणियां और मारपीट की गयी, साथ ही आरोप लगाया की अध्यापिका रेनू सिंह ने छात्र राजकिशोर महतो को अपनी सैंडल उतार कर मारा।
वही अनुसूचित छात्रों ने आरोप छेड़छाड का भी मढ़ डाला।घायल सवर्ण छात्र अश्वनी सिंह ने अमरकंटक थाने में एफआईआर दर्ज कराई है परन्तु अभी तक कोई ठोस कार्यवाई नहीं की गयी है।