करनाल: केंद्र के तीन कृषि कानूनों खिलाफ आज हरियाणा के करनाल जिले में हिंसक हुए प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस को मजबूरन लाठी चार्ज करना पड़ रहा।
यह घटना करनाल जिले के बसताड़ा टोल प्लाजा पर हुई जिसमें 10 पुलिस कर्मी भी घायल हो गए हैं।
घटना को लेकर एडीजीपी (कानून व्यवस्था) नवीन विर्क ने जारी किए एक बयान में बताया, “सुबह करीब 12:00 बजे प्रदर्शनकारी जो मौजूद थे उन्होंने जबरदस्ती नेशनल हाईवे को जाम किया और जबरदस्ती करनाल शहर की तरफ जाने की कोशिश की। जब उनको वहां मौजूद अधिकारियों ने समझाया कि आप वहां नहीं जा सकते तो उसके बाद उन्होंने उग्र रूप ले लिया।”
फावड़े से हमले की कोशिश
“कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बल पर पत्थर फेंके जबकि कुछ लोगों ने कस्सी (फावड़े) वगैरह से भी हमला करने की कोशिश की। उसके बाद नियमानुसार पुलिस बल ने एक हल्का बल प्रयोग किया और उनको वहां से हटाया।”
10 पुलिस कर्मी घायल
एडीजीपी ने आगे बताया कि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार 4 किसानों को चोट आई है जबकि 10 पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं।
लिखित आश्वासन का किया अनादर
एडीजीपी ने यह भी जानकारी दी कि 7 जून 2021 को टोहाना में संयुक्त किसान मोर्चा के कुछ नेताओं से पुलिस की बातचीत हुई थी और उन्होंने लिखित में आश्वासन दिया था कि आगे से कभी भी अपने प्रदर्शन को उग्र नहीं करेंगे और शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करेंगे। लेकिन इसके बाद काफी घटनाएं ऐसी हुई जिसमें उन्होंने हिंसक माध्यम का सहारा लिया है। और जब भी कोई प्रदर्शन हिंसक रूप ले लेता है तो पुलिस की ड्यूटी बनती है कि वहां पर कानून व्यवस्था को संभाले।