ट्विटर इंडिया : हाल ही में ट्विटर के सीईओ जैक डोरसे कि भारत यात्रा विवादों से घिर गयी है । भारत में ट्विटर के एक्सपीरियंस को जानने के लिए आये जैक डोरसे कि एक फोटो काफी वायरल हो रही है जिसमे सीईओ साहब ने हाथ में एक पोस्टर लिया हुआ जिसपर लिखा है “Smash Brahmanical Patriarchy” माने की ब्राह्मणवादी पितृसत्ता को कुचल डालो।
ट्विटर पर जैसे ही यह फोटो घूमी सीईओ साहब को अपने यूजर्स से ही ट्रोल होना पड़ गया, ट्विटर यूजर्स ने कहा की ट्विटर की गाइडलाइन के मुताबिक ट्विटर को जातिगत भेदभाव बढ़ाने के आरोप में अपने सीईओ जैक डोरसे का अकाउंट ससपेंड कर देना चाहिए।
@TwitterSupport @TwitterIndia has no business to interfere in India’s internal matters during Elections year. @jack played dirty divisive castieists politics using fake Journos activists banner! As per @twitter Rules and policies, suspend @jack handle for spreading caste hatred pic.twitter.com/Er2onGXD8M
— Kailash Wagh ?? (@kailashwg) November 20, 2018
दरअसल अपनी भारत यात्रा के दौरान ट्विटर के अनुभव को जानने के लिए जैक डोरसे ने कुछ महिला पत्रकारों व एक्टिविस्ट से मुलाकात की थी जिसमे खिचवाई गई एक फोटो सीईओ साहब के लिए गले की फांस बन गया है।
Leftist employee of @TwitterIndia are loosing it completely. They are being exposed in their own game. @jack you should apologise to not only the Bhrahmin hindu community but also to the majority Hindus @MEAIndia @Swamy39 @PiyushGoyal @PIB_India @narendramodi @gauravbh
— Kalki (@Vivek_17m) November 20, 2018
बुरी तरह ट्रोल हुए जैक को बचाते हुए उनकी कंपनी ट्विटर ने सफाई देते हुए कहा की इस मुद्दे पर जैक को कुछ मालूम नहीं था, वहाँ मौजूद एक दलित एक्टिविस्ट ने उन्हें ये पोस्टर दे दिया और फोटो खिचवा ली। उनका इससे कुछ लेना देना नहीं है, वह सबकी भावनाओ का सम्मान करते है।
Recently we hosted a closed door discussion with a group of women journalists and change makers from India to better understand their experience using Twitter. One of the participants, a Dalit activist, shared her personal experiences and gifted a poster to Jack. https://t.co/96gd3XmFgK
— Twitter India (@TwitterIndia) November 19, 2018
उन्होंने आगे बताया की वहाँ मौजूद एक दलित महिला एक्टिविस्ट ने उन्हें अपना व्यक्तिगत अनुभव बताया व उनसे इस पोस्टर के साथ पिक्चर खिचवाने का अनुरोध किया था।