चीनी ऐप कैम स्कैनर को झटका देने के लिए पूर्व IIT छात्रों ने बना डाला स्वदेशी ऐप, शिक्षा मंत्रालय ने की तारीफ !

कानपुर (UP): चीनी ऐप को झटका देने के लिए IIT छात्रों ने अद्भुत क्षमता प्रदर्शित की है।

हाल के महीनों में देश की संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए “उभरते खतरों” के कारण 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया गया। उधर भारत सरकार के इस फैसले ने कई भारतीय ऐप के लिए रुख मोड़ दिया है। जैसा कि TikTok, CamScanner, UCBrowser, और ShareIt पर प्रतिबंध लगा दिया गया था तो अब भारत के विकल्प भी चालू हो गए हैं।

इसी कड़ी में शामिल है कागज़ स्कैनर, जो गुरुग्राम स्थित ऑरडेनो लैब्स द्वारा बनाया गया  और प्रतिबंध के ठीक एक दिन बाद लॉन्च किया गया था। ऐप का उद्देश्य कैमस्कैनर को बदलना है, ये आईओएस और एंड्रॉइड डिवाइसों में फ़ोटो स्कैन करने की अनुमति देता है।

बता दें कि ओर्डेनैडो लैब्स, जो कि 2019 में IIT कानपुर के पूर्व छात्र स्नेहाशु गांधी, गौरव श्रीश्रीमाल और तमनजीत बिंद्रा द्वारा शुरू किया गया था।

ऐप स्मार्ट पर्सनल असिस्टेंट की तरह काम करता है और नोटिफिकेशन, नोट्स, रिमाइंडर, पर्सनल डॉक्यूमेंट्स आदि में मदद करता है। ओर्डेनैडो लैब्स के सह-संस्थापक गौरव श्रीश्रीमाल ने कहा कि स्टार्टअप पर टीम ने प्रधानमंत्री के लिए वोकल फॉर लोकल एंड  आत्मनिर्भर भारत के आह्वान के बाद एक साइड प्रोजेक्ट के रूप में कागज़ स्कैनर का निर्माण किया। जैसे ही संस्थापकों ने 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध के बारे में सुना, उन्होंने अपने व्हाट्सएप समूहों और सोशल मीडिया फीड में ऐप पर जोर देना शुरू कर दिया।”

लॉन्च के एक दिन के भीतर ऐप ने 100,000-डाउनलोड का आंकड़ा पार कर लिया। अब चार लाख उपयोगकर्ता पार कर चुके हैं। स्टार्टअप पहला भारतीय दस्तावेज़ स्कैनर ऐप होने पर गर्व करता है जो आपके फोन के कैमरे को पीडीएफ स्कैनर में बदल देता है। इसके अलावा महत्वपूर्ण ये है कि ऐप को शिक्षा मंत्रालय ने भी अपना समर्थन जताया है और इसे आत्मनिर्भर भारत से भी जोड़ा है।

IIT से संबंधित छात्रों के इस स्टार्टअप को देश में जबरदस्त सराहना भी मिलनी शुरू हो गई है।


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