इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर में चूड़ी वाले की घटना के बाद शहर में बड़ा दंगा करने की साजिश रची जा रही थी जिसको लेकर इंदौर पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
एक प्रेस वार्ता के दौरान इंदौर एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि चूड़ी वाले की घटना के बाद सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही थी। इसी सर्विलांस के दौरान एक बात सामने आई कि इंदौर शहर में बड़ा दंगा करवाने की साजिश रची जा रही थी। इसको देखते हुए कुछ लोगों की पहचान की गई है और इसके बाद उनकी डिटेल निकाली गई। उनसे पूछताछ की गई तो एक बात सामने निकलकर आएगी कुछ ग्रुप है जो लगातार लोगों को भड़काने और रेडिकलाइज करने में लगा हुआ था कि आने वाले समय में इंदौर में एक बड़ा दंगा कराया जा सके।
वहीं इस खुलासे के बाद प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक आरोपी की राजनीतिक संलिप्तता भी बताई और कहा कि इंदौर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश में शामिल और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से जुड़े आरोपी अल्तमस खान के तार पाकिस्तान से जुड़े होने के भी सबूत मिले हैं।
गृहमंत्री के मुताबिक अल्तमस के पास से पुलिस को कई तरह की आपत्तिजनक सामग्री मिली हैं, जिससे प्रदेश की शांति व्यवस्था को खतरा था।
गोरिल्ला पद्धति से दंगा भड़काने की साजिश
वहीं एसपी ने पूरी साजिश का खुलासा करते हुए बताया कि इन की योजना थी कि इस तरह से वारदात को अंजाम दो कि पुलिस हैरान-परेशान रहे। एक जगह फोर्स लगे तो दूसरी जगह करो दूसरी जगह फोर्स लगे तो तीसरी जगह करो, टुकड़ों में बैठ जाओ और इस तरह से वारदात करो कि किसी को समझ ना आए हो क्या रहा। समय रहते ही पकड़ लिया गया।
FIR दर्ज, बाकी लोगों की भी जानकारी जुटाई जा रही
उन्होंने बताया कि इसमें पूरा गिरोह सामने आया है जिसमें 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बाकी कई लोगों की भूमिका है जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इसमें FIR भी 153a (दंगा भड़काने की कोशिश) में दर्ज की गई है। दो लड़के खजराना, एक रानीपुरा व एक अन्य जगह का रहने वाला है।
अल्तमस इसमें मुख्य आरोपी है, जबकि तीन अन्य आरोपी मोहम्मद इमरान अंसारी, जावेद खान व सैयद इरफान अली हैं।
भीम आर्मी व बामसेफ के नाम से फर्जी संदेश
एसपी ने यह भी बताया कि एक और बात सामने आई कि जिस दिन हिंदू संगठनों की रैली थी उस दिन एक फर्जी मैसेज चला कि कुछ संगठन बामसेफ भीम आर्मी की तरह के लोग जाएं और विरोध करें। वह फर्जी संदेश इन्हीं लोगों के द्वारा तैयार किया गया और वायरल करवाया गया।
NSA की कार्रवाई व फंडिंग की जांच
एसपी ने अंत में कहा कि हम आगे तह तक जाएंगे कि क्या कहीं से फंडिंग हो रही थी या इनका विदेशी कनेक्शन है ? कलेक्टर से भी बात हुई है इन पर एनएसए की कार्रवाई की जाएगी। साथ में इनकी जो संपत्ति है तो वह भी तोड़ी जाएगी।