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11 साल बाद 15000 पदों पर निकली शिक्षक भर्ती तो EWS की सभी सीट रह गई खाली, लाखो छात्रों का शिवराज सरकार पर फूटा गुस्सा

भोपाल: मध्य प्रदेश में विभिन्न पदों पर निकाली गई शिक्षक भर्ती पर किये गए आवेदन में आये नतीजों में बेहद चौकाने वाले आंकड़े हाथ लगे है। कई दिनों से अभियर्थियों की ओर से की जा रही मांग के बाद हमने इस विषय पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करी है।

इस रिपोर्ट में हमें एक बात देख कर बेहद आश्चर्य हुआ कि सरकार द्वारा दिए गए EWS कोटे के लगभग सभी पद खाली रह गए जिसपर अभियर्थियों का गुस्सा सरकार पर फुट पड़ा है।

दरअसल मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उच्च माध्यमिक शिक्षक के 15000 पदों की भर्ती हेतु पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन सितंबर 2018 में मंगाये गए थे। जिसपर EWS कोटे की कुल 1393 वैकेंसी निकाली गई थी। जिसमे एससी एसटी व ओबीसी की तरह दी जाने वाली कोई भी छूट गरीब सवर्ण छात्रों के लिए नहीं दी गई जिसका पूरा नुक्सान पदों की भर्ती में साफ़ दिखा।

खैर वैकेंसी निकलने के कुछ माह बाद ही फरवरी 2019 में परीक्षा हुई और 28 august 2019 रिजल्ट घोषित किया गया। रिजल्ट घोषित होने पर EWS की लगभग सभी सीटें ही खाली रह गई।

पद खाली रहने का बड़ा कारण EWS छात्रों को TET परीक्षा में न दी जाने वाली छूट रही जिसके कारण इक्का दुक्का सीट छोड़ कर सभी सीट खाली चली गई।

ऐसे ही सतना से आने वाले पियूष पांडेय ने बताया कि वह किसी तरह अपना गुजारा बसर कर रहे है। इनके पिता जी मजदूरी करते है तो किसी तरह घर का खर्चा चल पाता है। ऐसे में विकट परिस्थितियों में भी बढ़िया प्रदर्शन करते हुए पियूष ने TET के अंग्रेजी विषय में 89.18 अंक हासिल किये थे जबकि EWS के लिए 90 अंक निर्धारित किये गए थे।

लेकिन EWS में अन्य श्रेणियों की तरह छूट न मिलने के बाद पियूष जैसे हज़ारो छात्र काउंसलिंग तक से वंचित रह गए। जिसके कारण अंग्रेजी की लगभग सभी सीट खाली रह गई।

वहीं बैतूल से आने वाले एक अन्य गरीब अभियर्थी भूषण जोशी ने गणित विषय में शानदार 88.68 अंक हासिल किये थे लेकिन लापरवाह डिपार्टमेंट कि ओर से जारी की गई अनाप सनाप कट ऑफ की वजह से उनका सिलेक्शन नहीं हो पाया। जिसके कारण 166 EWS गणित शिक्षक पदों पर मात्र 1 अभियर्थी का सिलेक्शन हो सका है। बाकि सीट अंग्रेजी की तरह ही खाली रह गई।

ऐसा ही हाल अन्य विभागों का रहा है। ऐसा ही केमिस्ट्री शिक्षक पदों का हाल रहा है जहां अनुपुर के विकास कुमार शुक्ल 87 पाने के बाजवूद चूक गए। आपको बता दे केमिस्ट्री के कुल 59 EWS पदों में से सिर्फ 2 पर ही अभियर्थी चुने गए है। ऐसे में जब इतने अंक किसी छात्रों के आये ही नहीं थे तो इतनी कटऑफ रखने का औचित्य क्या था ? वहीं इसके उलट एससी, एसटी व ओबीसी अभियर्थियों के लिए मात्र 75 अंको का ही प्रावधान रखा गया।

गणित, अंग्रेजी व केमिस्ट्री के अलावा लगभग यही हाल सभी अन्य विषयो का रहा है। जहां फिजिक्स में लगभग 82 पदों पर मात्र 3 लोग ही सलेक्ट हो सके है तो बायोलॉजी, हिंदी व जीवविज्ञान के छात्रों ने भी इसपर अपना आक्रोश जताया है।

यह भर्ती अभियर्थियों के लिए इसलिए भी बेहद जरुरी है क्यूंकि प्रदेश में ऐसी भर्ती पुरे 11 साल बाद आई है। जिसमे सरकार द्वारा EWS की लोल्लिपोप तो पकड़ाई गयी लेकिन उसके ऊपर चढ़े रैपर को नहीं हटाया गया।

ऐसे में एक प्रतिशत से भी कम EWS छात्र अपनी जगह को पक्का कर सके है। वहीं जब हमारी टीम द्वारा शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार से बात की गई तो उनकी तरफ से भी कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया। ऐसे में सरकार का रुख हमें इस विषय को लेकर बेहद फीका नजर आया। छात्रों से बात कर हमें साफ़ समझ आया कि पुरे 11 साल बाद आई भर्ती से उनसे कितनी आशा थी। घर की स्थिति बदलने का सपना एक चूक से चूर चूर हो गया।

जहां देश में बढ़ती बेरोजगारी अपने चरम पर है तो वहीं बची कुची वैकेंसी पर भी सरकार अनाप सनाप कट ऑफ डाल देती है जिससे लाखो छात्रों का भविष्य अधर में लटक जाता है। लेकिन देश में इन मुद्दों को हमेशा की तरह PPE किट पहना कर आइसोलेशन वार्ड में ठूस दिया जाता है जोकि चल रहे बेफजूली मुद्दों से कही अधिक जरुरी है। गौर करने वाली बात यह भी यह कि ओबीसी आरक्षण पर दिन रात छाती पीटने वाली मीडिया इस विषय पर मौन क्यों है ?

प्रदेश में आने वाले उपचुनावों में भाजपा को यह वर्ग जल्द जोरो का झटका भी दे सकता है। सरकार को याद रखना चाहिए कि यह वही वर्ग है जिन्होंने मामा जो को गद्दी से उतारा था।

खैर उपचुनाव से पहले शिवराज सरकार का इन छात्रों की परेशानी को निजात दिला कर हीरो बनने का बेहतर अवसर भी है।


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Why Sharma Shubham is writing this piece?
Shubham Sharma is an author at Asia Times. He is a Delhi based journalist mostly reports on foreign affairs and international relations. He has also been worked for the Courier International(A Paris based popular french media organization), Modern Diplomacy( EU based foreign affairs weekly magazine), Foreign Policy Times and Jihad Watch(US-based think tank). Follow him on twitter @ShubhamSharm11

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