नई दिल्ली: 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को देश के ऐतिहासिक स्थल लाल किले में कृषि कानून के विरोध में आयोजित की गई रैली में शामिल प्रदर्शनकारियों ने भारी हिंसा को अंजाम दिया।
अब दिल्ली पुलिस हिंसा की परतें खोलने में जुटी हुई है और उनकी पहचान की जा रही है। वहीं अब यह भी सामने आ रहा है कि आखिर जिन्होंने हिंसा मचाई और लाल किले में इतनी चाक-चौबंद सुरक्षा के बीच घुसे आखिर वह कौन लोग थे। ऐसे में आजकल सोशल मीडिया पर पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू का नाम भी आ रहा जिसमें कहा जा रहा है कि उसकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री के साथ फोटो है इसलिए वो भाजपा से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा एक्टर सनी देओल के लिए 2019 लोकसभा चुनाव में प्रचार भी किया था। लेकिन सनी देओल ने साफ कर दिया कि फिलहाल उनका दीप सिद्धू का कोई रिश्ता नहीं है न ही उनके परिवार का।
इसी तरह ऐसे ही एक शख्स की तस्वीरें आई हैं जो लाल किले पर हिंसा के दिन मौजूद था उसकी तस्वीरें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ हैं। दरअसल विक्की थॉमस नाम का व्यक्ति जिसके सोशल मीडिया पर ट्विटर में भी 5000 से ज्यादा फॉलोअर हैं और फेसबुक पर भी 20,000 से फालोवर हैं, दिल्ली के लाल किले में जिस दिन हिंसा हुई उस दिन वो भी लाल किले पर मौजूद था व विकी धार्मिक नारे लगा रहा था।
सोशल मीडिया में इसके अकाउंट के मुताबिक यह व्यक्ति ईसाई धर्म से है व मल्लापल्ली केरल का रहने वाला है लेकिन वर्तमान में ये व्यक्ति अब मुंबई के पनवेल खारघर में रह रहा है।
जिस दिन 26 जनवरी को लाल किले पर हिंसा हुई उस दिन यह व्यक्ति लाल किले से अपने सोशल मीडिया अकाउंट से तस्वीरें भी साझा किया और टि्वटर इंस्टाग्राम अकाउंट से भी तस्वीर साझा की।
महत्वपूर्ण बात यह है कि पहले इसकी फोटो सोनिया गांधी के साथ भी हैं और उन्हें वो अपना सबसे लोकप्रिय सख्सियत मानता है। यह व्यक्ति अपने को बताया है कि वह लॉकडाउन के दौरान सिख धर्म की सेवा से प्रभावित होकर सिखी का प्रचार करने लगा है। इसके कई स्थानीय चैनलों व अखबारों में इंटरव्यू भी छपे हैं।
उधर लाल किले में मौजूद होकर कई मीडिया को इंटरव्यू भी दिया। उस दिन इसने अकाल नामक चैनल कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है,आज इतिहास रचा जा रहा है। जिस कौम के व्यक्ति ने कृषि बिल निकाला है उसको बचाने के लिए गुरतेग सिंह ने अपना शीश दे दिया था। वही इस ने सुरक्षाकर्मियों के बारे में कहा कि वह तो अपनी ड्यूटी कर रहे हैं लेकिन नीच लोग अपनी कुर्सी का घमंड औरंगजेब की तरह दिखा रहे हैं। उसने धार्मिक नारे लगाते हुए कहा कि जो इतिहास सिख का है वह किसी का नहीं है।