नईदिल्ली : दिल्ली में चुने गए 70 विधायकों में आधे से ज्यादा के ख़िलाफ़ हत्या, दुष्कर्म जैसे आपराधिक मामले दर्ज हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के परिणाम 11 फरवरी को घोषित किए जा चुके हैं। दिल्ली में 70 में से 62 सीटें जीतकर केजरीवाल की पार्टी AAP हैट्रिक लगाने में सफल हुई है। वहीं पिछले बार के मुकाबले केंद्र की सत्ताधारी भाजपा को 3 से बढ़कर 8 विधायकों से ही संतुष्ट करना पड़ा है। जबकि कांग्रेस के लिए इसमें अंधेरा ही अंधेरा रहा क्योंकि दूसरी बार लगातार खाता नहीं खुला।
अब बात करते हैं चुनाव सुधार संस्था एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की कल आई एक रिपोर्ट पर। इस रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में में निर्वाचित 70 में से 43 (61%) विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 2015 में आपराधिक मामलों में पंजीकृत 70 में से 24 विधायकों ही थे।
वहीं ADR की इस रिपोर्ट के अनुसार चुने गए विधायकों 37 (53%) विधायकों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं जिनमें बलात्कार, हत्या का प्रयास, महिलाओं पर अत्याचार आदि मामले हैं।
ये जानकारी चुनावी नामांकन पत्र दाखिल करते समय प्रत्याशियों के चुनाव आयोग के समक्ष पेश किए गए हलफनामे के आधार पर दिल्ली इलेक्शन वॉच और ADR ने विश्लेषण करके दी है।
रिपोर्ट नें आगे बताया कि सत्ताधारी AAP के 62 में से 38 (61%) और मुख्य विरोधी दल BJP के 8 में से 5 विधायकों ने हलफनामे में अपने ख़िलाफ़ गम्भीर मामलों की जानकारी दी है।