भोपाल: कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाने की मांग एक बार फिर तेज हो गई है जिसे अब मध्यप्रदेश के गृहमंत्री ने उठाई है।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों केरल में एक आरएसएस कार्यकर्ता की जघन्य हत्या में PFI के राजनीतिक रूप SDPI पर आरोप लगे थे। इसी क्रम में मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने केरल में PFI पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
गृहमंत्री ने एक बयान में आरोप लगाते हुए कहा कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया केरल में RSS के स्वयंसेवकों पर लगातार जानलेवा हमले कर हिन्दू समाज को आतंकित करने का प्रयास कर रहा है।
आगे उन्होंने कहा कि केरल सरकार को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों और हिंसक घटनाओं में लिप्त इस साम्प्रदायिक संगठन पर तत्काल पाबंदी लगाकर कठोर कार्रवाई चाहिए।
22 वर्षीय नन्दू की हत्या
दरअसल 25 फरवरी की रात चेरथला के पास वायलार में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं द्वारा एक आरएसएस कार्यकर्ता की कथित तौर पर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 22 वर्षीय वायलार के नंदू के रूप में हुई थी।
केरल भाजपा ने भी उठाई बैन की मांग:
वहीं केरल भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने SDPI पर प्रतिबंध की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि आरएसएस कार्यकर्ता नंदू आर.कृष्णा (26) की एसडीपीआई के आतंकवादियों द्वारा अलप्पुझा के वायलार में नृशंस हत्या कर दी गई थी। कट्टरपंथियों का एक सशस्त्र समूह उनके निवास में घुस आया और उनकी हत्या कर दी। इस अमानवीय घटना की कड़ी निंदा करता हूँ। यह जिहादी-वामपंथी सांठगांठ का एक क्लासिक मामला है।