भोपाल (MP) : 3 साल से म.प्र में पुलिस भर्ती को लेकर छात्रों नें कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
राजधानी भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर सहित सभी बड़े शहरों को मिलाकर राज्य भर के पुलिस अभ्यर्थी आंदोलन पर उतर आए हैं।
प्रदेश में पुलिस भर्ती न आने के कारण अराजकता का माहौल निर्मित हो गया है। युवा आक्रोशित हो चुके हैं, और सरकार के विरोध मे लगातार आवाज़ उठा रहा है।
गौरतलब है कि विगत 2017 से, लगभग 3 साल से कोई पुलिस की भर्ती नही आई है आज युवा उम्रदराज हो चुके हैं। और अपने भविष्य को लेकर आशंकित हैं।
सालों से नौकरी की राह देख रहे युवाओं को अब लगने लगा है कि कही उनका वर्दी पहनने का सपना, एक सपना ही न रह जाएगा । इसलिए अब मध्यप्रदेश में एक पुलिस भर्ती मार्च में ही करवाने को लेकर एक आंदोलन की श्रृंखला शुरू हो चुकी है।
विगत एक वर्ष से युवाओं द्वारा आंदोलन किया जा रहे है। इसी की एक बानगी 14 फरवरी, व कल 29 फरवरी को देखने को मिली। अभ्यर्थियों नें प्रदेश के सभी 52 जिलों में जिला मुख्यालय में ज्ञापन सौंप कर निन्म मांगे की है :
- आगामी पुलिस भर्ती की आयु गणना 1 जनवरी 2020 से हो।
- पहली पाली में 15000 उपनिरीक्षकों की परीक्षा आयोजित की जाए, व इसका नोटिफिकेशन मार्च 2020 में ही निकाला जाए।
- दूसरी पाली में 15000 आरक्षकों की भर्ती निकाली जाए, व इसका नोटिफिकेशन अप्रैल 2020 में दिया जाए।
- पुलिस भर्ती परीक्षा ऑनलाइन ही आयोजित की जाए, वो भी पूरी पारदर्शिता के साथ।
आगे आंदोलन कारी छात्रों नें चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे का जल्द निराकरण म.प्र सरकार द्वारा नही किया जाता तो वो सभी युवा चरणबद्ध तरीके से सम्पूर्ण मध्यप्रदेश मैं आंदोलन को विवश होंगे व भूख हड़ताल करेंगे। इसके अलावा कहा कि वो मंत्रियों, विधायकों के निवास में जाकर उनका घेराव भी करेंगे।