लखनऊ: उत्तरप्रदेश में धर्मांतरण गिरोह के भंडाफोड़ होने के बाद हुई गिरफ्तारी पर योगी सरकार ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच एजेंसियों को धर्म परिवर्तन के मामलों की गहराई में जाने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि जो लोग इन मामलों में शामिल हैं उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत हिरासत में लिया जाना चाहिए और उनकी संपत्ति जब्त की जानी चाहिए।
हजार लोगों का धर्मांतरण कराने वाला गिरोह
गौरतलब है कि स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक टीम ने अवैध रूप से 1000 लोगों का धर्म परिवर्तन करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था। मूक बधिर छात्रों व कमजोर आय वर्ग के लोगों को धन, नौकरी व शादी का लालच देकर धर्मान्तरण कराने वाले सिंडिकेट के दो लोग, यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए हैं। ये व्यक्ति ISI व अन्य विदेशी फंडिंग से करवाते थे धर्मान्तरण। बड़ी संख्या में धर्मान्तरण करवा चुके हैं ये लोग, कई लड़कियों की धर्मान्तरण के बाद शादी भी करवा चुके हैं।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश एटीएस को विगत कुछ समय से यह आसूचना प्राप्त हो रही थी कि कुछ देश विरोधी व असामाजिक तत्व, धार्मिक संगठन अथवा सिंडीकेट, ISI व विदेशी संस्थाओं के निर्देश व उनसे प्राप्त फंडिंग के आधार पर लोगों का धर्म परिवर्तन कर, धर्म परिवर्तित लोगों में उनके मूल धर्म के प्रति विदेश एवं नफरत का भाव पैदा कर उन्हे रेडिक्लाइज करके देश के विभिन्न धार्मिक वर्गों में आपसी वैमनस्य फैलाकर देश के सौहार्द को बिगाड़ने का काम रहे हैं। तथा उन्हें संगठित अपराध कारित करने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं।
इस सूचना पर एटीएस, यूपी की टीम द्वारा कल दिनांक 20.06.21 को दो व्यक्तियों काज़ी जहागीर और उमर गौतम को गहन पूछताछ के उपरांत गिरफ्तार कर धारा -420 / 120 ( बी ) / 153 ( ए ) / 153 ( बी ) /295/511भा.द.वि. व 3/5 उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश -2020 बनाम मुफ्ती काजी, उमर गौतम, IDC ( इस्मालिक दावा सेण्टर ) संस्था थाना – एटीएस, लखनऊ पर एक मुकदमा पंजीकृत किया गया था।