‘शत्रुघ्न सिन्हा को बिहार में बस चुनाव लड़ना है पर बिहारी टैलेंट की मौत पर ख़ामोश’- दलित नेता हरि मांझी

पटना (बिहार) : सुशांत मुद्दे पर एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा की चुप्पी को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।

जाने माने बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह का यूं चले जाना किसी को हजम नहीं हो रहा। लगभग 20 दिन सुशांत की मौत के हो गए हैं लेकिन लोग उनकी आत्महत्या को आत्महत्या मानने को तैयार नहीं हो रहे हैं। उधर मुंबई पुलिस लगातार सुशांत केस में सभी कोणों की जांच कर रही है। रिया चक्रवर्ती से लेकर, यशराज फिल्म्स के मालिक के बाद निर्देशक संजय लीला भंसाली से भी पूछताछ होनी है।

वहीं इस मामले में राजनीतिक चेहरे भी सुशांत की मौत को लेकर सवाल पूछ रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार के दिग्गज दलित नेता व पूर्व सांसद हरि मांझी ने सुशांत मामले में एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा की चुप्पी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

हरि मांझी ने कहा कि “ख़ामोश रहे शत्रुघ्न सिन्हा बिहार के पटना में रहने वाले, इनके (सोनाक्षी सिन्हा के) पिता ने एक शब्द भी नही बोला सुशांत सिंह के बारे में। मीडिया हवाले से सिर्फ़ ये बोला शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बॉलीवुड में नेपोटिज्म के मामलों की जांच पर कहा कि इन बातों की खोजबीन करने से कोई विशेष लाभ तो होगा नहीं, क्योंकि जाने वाला तो चला गया। उनके और उनके परिवार के प्रति श्रद्धांजलि और संवेदना है।”

आगे दलित नेता ने पक्षपात को लेकर शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी साक्षी सिन्हा के करियर पर भी सवाल दाग दिया उन्होंने कहा कि “कहीं इसके पीछे मुख्य कारण अपनी बेटी का फिल्मी भविष्य है तो नहीं ? आख़िर बिहारी बाबू नाम से प्रसिद्ध है और एक बिहारी के मौत पर “ख़ामोश”।”

इसके बाद मांझी ने शत्रुघ्न के चुनावी सफर पर भी जुबानी हमला किया और कहा कि “इनको केवल बिहार आकर चुनाव लड़ना है लेकिन ज़िम्मेवारी के समय सिर्फ़ ख़ानापूर्ति करना है क्यूँ ? ऐसे दिन भर लोगों को कहते रहते है ख़ामोश-ख़ामोश और खुद एक बिहारी टैलेंट पर हो गए “ख़ामोश”।”

अंत में मांझी ने शत्रुघ्न को क्षद्म बिहारी बताते हुए कहा कि “ऐसे छद्म बिहारियों से कुछ भी लेना देना नही बिहार और बिहार के लोगों के साथ।”

गौरतलब है कि सुशांत मामले में फिलहाल मुंबई पुलिस यशराज फिल्म्स के मालिक से व उनकी दोस्त रही रिया चक्रवर्ती से पूछताछ कर रही है। सुशांत के परिवार का आरोप था कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता।


Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। Paytm, PhonePe, Bhim UPI, Jio Money, व अन्य किसी वॉलेट से से डोनेट करने के लिए PAY NOW को दबाने के बाद अमाउंट व मोबाइल नंबर डाले फिर ‘Other’ में जाकर वॉलेट ऑप्शन चूज करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’

+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

‘मुफ़्त के बंगले में रहकर पोती ने दादी की नाक कटवा दी’- एक्टर परेश रावल का ट्वीट

Next Story

सोनिया गाँधी ने PM को पत्र लिख कहा ‘NEET में ओबीसी को दीजिये आरक्षण’, दबाव में सरकार ला सकती है अध्यादेश

Latest from नेतागिरी