मुर्शिदाबाद केस: बंगाल से लेके रांची तक हिंदू संघों का विरोध, बोले- कौन सा जिहाद है ये

राँची (झारखंड) : बंगाल के बाद राँची में मुर्शिदाबाद हत्याकांड को लेकर हिंदू संगठनों नें सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया।
मुर्शिदाबाद में कथित 35 वर्षीय RSS सदस्य व शिक्षक बंधू प्रकाश पाल व उनकी 30 वर्षीय पत्नी ब्यूटी जोकि गर्भवती भी थीं उनके साथ 8 साल के बच्चे आनन्द की क्रूरतम हत्या की ख़िलाफ़त सड़को पर उतर आई है।
इन प्रदर्शनों को हिंदू संगठनों द्वारा देश के कई राज्यों में आयोजित किया जा रहा है औऱ मुर्शिदाबाद में मारे गए लोगों के लिए कड़ी जाँच की मांग कर रहे हैं साथ ही हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने के लिए भी कह रहे हैं।
कल रविवार को झारखंड में मुर्शिदाबाद घटना पर हिंदू संगठनों नें सड़क पर उतरकर कड़ा विरोध प्रदर्शन किया।
Protest March Ranchi 13 Oct Against Murshidabad Murder
इस दौरान ममता बनर्जी सरकार के ख़िलाफ़ युवाओं नें जमकर नारेबाजी की और बर्खास्त करने की मांग की।
इस प्रदर्शन में युवाओं नें पोस्टर के जरिए कड़ा विरोध प्रकट किया। पोस्टर में तरह-तरह के सवाल थे, “तालिबान बंगाल”, “क्या बंगाल में हिंदू होना ग़ुनाह है”, “बंगाल दागदार”, “जिहाद”, “ये कौन सा जिहाद है”, “बंगाल बना तालिबान” ।
Ranchi Protest against Murshidabad Triple Murder
इसी प्रदर्शन में से एक प्रदर्शनकारी नें ममता बनर्जी सरकार पर काफ़ी गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि “क्या बंगाल में हिंदू होना अपराध है, क्या बंगाल में भारत माता की जय कहना ग़ुनाह है ? बंगाल में लोगों को इसलिए मार दिया जा रहा है क्यों लोग हिंदू समाज को संगठित कर रहे हैं। ये कौन सा जिहाद है ?”
इसके आगे प्रदर्शन कारी नें कहा “बंधू प्रकाश के पूरे परिवार की हत्या कर दी गई उसकी बड़ी जांच एजेंसी से जाँच कराई जाए और बंगाल में जितने भी हिंदू मारे गए हैं उनकी कड़ी जाँच हो।”
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक बहूल मुर्शिदाबाद जिले के जियागंज इलाके में मंगलवार को दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान 35 वर्षीय शिक्षक बंधु प्रकाश पाल, उनकी गर्भवती पत्नी ब्यूटी और उनके आठ साल के बेटे आंगन की उनके घर के अंदर खून से लथपथ लाशें पड़ी मिली थीं।
Murshidabad Murder Bengal
शनिवार को पुलिस ने मामले में चार की संख्या में हिरासत में लिए गए लोगों की हत्या के सिलसिले में दो लोगों को हिरासत में भी लिया और CID ​​अधिकारियों की एक टीम ने अपराध स्थल का दौरा किया।
 
मुर्शिदाबाद केस को लेकर पहले स्थानीय लोगों में 10 अक्टूबर को जियागंज पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था।

वहीं 12 अक्टूबर को स्थानीय लोगों ने इस ट्रिपल मर्डर मामले में न्याय की मांग करते हुए कैंडल लाइट मार्च निकाला गया था। इस दौरान सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के विधायक शोनी सिंघा रॉय भी मौजूद थे।

ऐसे ही कई राज्यों में हिंदू संगठनों नें बंगाल में लगातार हो रही हिंदुओ की हत्या का मामला उठाया और बंगाल सरकार को गिराने व एमरजेंसी लगाने जैसे बातें कही।
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