चुरू: एससी एसटी एक्ट में झूठा फंसा कर पैसे ऐंठने और परेशान करने के कई मामले हम पहले ही देख चुके हैं।
ऐसा ही एक मामला राजस्थान के चुरू जिले के सुजानगढ़ से सामने आया है, जहां एक महिला और उसके साथी द्वारा एससी एसटी एक्ट और रेप केस में फंसाने की धमकी से आहत होकर एक युवा ज्वेलर्स उत्तम ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली हैं।
इतना ही नहीं आत्महत्या से पहले मृतक ज्वेलर्स ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक सुसाइड नोट भी पोस्ट किया था, जिसमें पूरी घटना का जिक्र किया गया हैं।
जानिए क्या है घटना?
मृतक की पहचान प्रगति नगर निवासी उत्तम कड़ेल पिता जयकिशन कड़ेल (सोनी) के रूप में हुई है, जो शहर के भोजलाई रोड पर ज्वेलरी की एक छोटी सी दुकान चलाता था।
मृतक ने मरने से पहले अपने फेसबुक अकाउंट से किए गए पोस्ट में बताया कि बडाबर गांव की एक महिला ने शहर के ही रामस्वरूप खटीक की सहायता से मेरे यहाँ 500 रुपए में एक फुलड़ा गिरवी रखा था।
जिसके बाद महिला द्वारा तय समय में न उठाने पर मैने फुलड़े को अपने काम में ले लिया था। लेकिन महिला द्वारा पुलिस को अपने साथ लाने पर इंसानियत के नाते मैने उसे नया फुलड़ा बना कर देने की बात कहीं, लेकिन महिला नहीं मानी और मेरी दुकान पर न आकर सीधे पुलिस थाने पहुँच गई और मेरे खिलाफ झूठा बयान देते हुए कहा कि उसने मेरे पास नौ फुलड़े और छ: मोती गिरवी रखें थे।
जिसके बाद पुलिस द्वारा दोनों को थाने में बुलाकर आपसी समझौते की बात कहीं, लेकिन महिला और उसके साथी रामस्वरूप खटीक ने मुझे तरह-तरह की धमकियाँ देकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
झूठे एससी एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी
इतना ही नहीं घटना के कुछ दिन बाद उस महिला ने उत्तम को फोन किया और एक लाख रुपये की मांग करने लगी, जिसके बाद उसका साथी रामस्वरूप खटीक भी मेरे पास आया और बोला कि महिला तेरे ऊपर छेड़छाड़ और एससी एसटी एक्ट का केस दर्ज कराने वाली है अगर तुझे इस सब से बचना है, तो चुप चाप 1 लाख रूपये दे दो।
जिससे परेशान होकर उसने 70 हजार रुपये उसे दे दिए, लेकिन दोनों यहीं नहीं रूके और एक लाख की मांग करने लगे। जिससे परेशान होकर उत्तम ने छापर रोड स्थित रेलवे फाटक के पास ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
स्वर्णकार समाज का धरना प्रदर्शन
घटना के बाद से ही मृतक के परिजनों और स्वर्णकार समाज में भारी आक्रोश है, जिसके बाद शुक्रवार देर रात बगड़िया उपजिला हाॅस्पिटल में लोग सैकड़ों की संख्या में जमा हो गए और शनिवार सुबह से ही मृतक की पत्नी को उचित मुआवजा देने और दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
जिसके बाद एडीएम भागीरथ शाख के समझाने पर परिजनों ने शनिवार शाम को शव उठाया।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.