डूंगरपुर (राजस्थान): ST आरक्षण आंदोलनकर्ताओं नें पचासों वाहन सहित करोड़ों की संपत्ति फूंक दी है।
राजस्थान में शिक्षक भर्ती में अनारक्षित पद पर ST अभ्यर्थियों से भरने की मांग को लेकर डूंगरपुर में आदिवासी युवाओं का हिंसक प्रदर्शन शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों के तांडव के सामने पुलिस प्रशासन बेबस नजर आया, शनिवार को रात होते-होते उपद्रवियों ने राजस्थान के उदयपुर के खेरवाड़ा को भी पूरी तरह घेर लिया। एक टोल प्लाजा को जलाने का प्रयास किया गया, कई होटल व दुकानों में तोड़फोड़ आगजनी व लूटपाट की।
डूंगरपुर जिले में भी कई बाइकों को आग के हवाले कर दिया, उदयपुर अहमदाबाद हाईवे पर उपद्रवियों ने 20 किलोमीटर में पत्थर बिछा दिए व हाइवे 60 घंटों से ज्यादा वक्त से जाम है। इस हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने करोड़ों की संपत्ति नष्ट कर दी है। प्रदर्शन कर रहे लोग पहाड़ियों में बैठे हैं जहां से आने जाने वाले लोगों पर पत्थरबाजी कर रहे हैं।
इसी बीच शनिवार दो बार झड़प के बाद पुलिस बल को भी जान बचाकर भागना पड़ा, जबकि इस दौरान पुलिस ने तीन राउंड फायर किए इसमें खेरवाड़ा के निवासी तरुण अहारी की गोली लगने से मौत हो गई। खेरवाड़ा के अल्पेश भी घायल हो गए। आंदोलनकारियों ने अब तक पुलिस सहित 55 वाहनों को फूंक दिया है। राजस्थान सरकार ने बढ़ती उग्रता के बीच केंद्र से भी सुरक्षा कम्पनियों की माँग की है।
इधर प्रशासन का दावा है कि हिंसा भड़काने में झारखंड से आए विशेष विचारधारा के गुटों की भूमिका है, हिंसा भड़का कर कुछ लोग चले गए हैं तो कुछ गांव में ही छिपे हैं। इधर हिंसा के बाद उदयपुर जिले में धारा 144 लगा दी गई। इसके अलावा ऋषभदेव में भी इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई।
डूंगरपुर बांसवाड़ा राज्य का सबसे शांत और खूबसूरत इलाका इसे अशांत करने की साजिश की जा रही है। एक विचारधारा विशेष के प्रभावित कुछ लोग झारखंड व अन्य राज्यों से आए और स्थानीय लोगों को भड़काया। स्थानीय कलेक्टर बोले कुछ लोग जा चुके हैं कुछ के गांव में ही छिपे हैं होने की आशंका इनकी तलाश जारी है।
उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे पर उपद्रवियों का कब्जा है..होटल-मकान फूंके जा रहे हैं…एक मौत हो गई है…यह गुस्से का मासूम इज़हार नहीं है..पूरी प्लानिंग दिख रही है….हालात बिगड़ रहे हैं लेकिन बीस दिनों से उदयपुर का पुलिस-प्रशासन यही कह रहा है…स्थिति नियंत्रण में है..!!! pic.twitter.com/kSJdtJobdC
— L.P. Pant (@pantlp) September 27, 2020
तोड़फोड़, नेशनल हाईवे को बाधित करने, आगजनी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे 16 केसों में कुल 3300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसक प्रदर्शन में अब तक 35 पुलिस अधिकारी भी बुरी तरह घायल हो चुके हैं।
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