नई दिल्ली: महाराष्ट्र सरकार पर लगे वसूली व ट्रांसफर रैकेट के आरोपों के बाद राज्य में सियासी घटनाक्रम जल्दी जल्दी बदल रहे हैं।
इसी कड़ी में आज केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले केंद्रीय मंत्री और आरपीआई (ए) नेता रामदास अठावले ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान अठावले ने अपनी पार्टी की ओर से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई।
अठावले ने कहा कि मैं राष्ट्रपति कोविंद से मिला और उन्हें आरपीआई (ए) पार्टी की ओर से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की मांग के लिए एक ज्ञापन दिया। यह एक गंभीर मामला है। महाराष्ट्र सरकार को हटाने तक कोई जांच नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि वह इस पर विचार करेंगे।
अठावले ने कहा कि महाराष्ट्र में स्थिति बिगड़ती जा रही है, मुकेश अंबानी के घर पर विस्फोट की चीजे रखने का काम एक पुलिस अधिकारी करता है इसलिए महाराष्ट्र सरकार को हटाना चाहिए और यहां राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए जिसके लिए मैंने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन दिया है।
गृह मंत्री को लिख चुके हैं खत:
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री व आरपीआई अध्यक्ष रामदास अठावले ने तीन दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी। इस पत्र में उन्होंने 25 फरवरी को एंटिलिया ( मुकेश अंबानी के निवास स्थान) के पास अल्टामाउंड रोड पर विस्फोटक के साथ एक कार मिलने का जिक्र किया है।
इसके अलावा इस प्रकरण में मुंबई पुलिस के अधिकारी रहे सचिन वाजे की भूमिका को भी उल्लिखित किया है। वहीं हाल में पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परम वीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों कि, महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने उन्हें प्रति माह 100 करोड़ रुपए जमा करने का लक्ष्य दिया था, का भी जिक्र है।
इस पत्र में अठावले कहते हैं कि अब महाराष्ट्र राज्य में कानून और व्यवस्था बहुत खराब और अनियंत्रित है और महाराष्ट्र के लोगों की उपेक्षा की जा रही है और महाराष्ट्र सरकार भी इस मामले को संभालने में पूरी तरह से विफल है। महाराष्ट्र में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है और लोगों को उम्मीद है कि उनके विकास के लिए महाराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए कुछ लक्ष्य तय किए जाएंगे।