नई दिल्ली- देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार को अलग-अलग राज्यों से पहुंचे ब्राह्मण संगठनों के लोगों ने एससी एसटी एक्ट और जातिगत आरक्षण को खत्म करने को लेकर जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया हैं। अखिल भारतीय संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में मांग की गई कि पूरे देश में आरक्षण जातिगत न होकर आर्थिक आधार पर लागू किया जाए।
विभिन्न मांगों को लेकर भरी हुंकार
अखिल भारतीय संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में देश भर के ब्राह्मण संगठनों के लोगों ने समान नागरिक संहिता लागू करने, भगवान् परशुराम प्रकटोत्सव दिवस (अक्षय तृतीया) पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने और अयोध्या धाम में भगवान परशुराम का भव्य मंदिर बनाने जैसी विभिन्न मांगों को लेकर हुंकार भरी। बिहार राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के युवा प्रदेश अध्यक्ष सोना झा ने कहा आज जब देश में सभी लोग बराबर है, तो फिर आरक्षण जातिगत आधार पर क्यों है?
उन्होंने कहा कि जातिगत आरक्षण गलत व्यवस्था है, आरक्षण जातिगत न होकर आर्थिक आधार पर सभी लोगों को मिलना चाहिए। जिससे हर एक गरीब और वंचित शोषित तबके को आरक्षण का लाभ मिल सकें। गरीबी जाति देखकर नहीं आती है, हर जाति में गरीब लोग होते हैं। इसके अलावा अन्य वर्गों की भांति सवर्ण आयोग का भी गठन किया जाए और अध्यक्ष पद दायित्व सवर्ण समाज के गैर राजनैतिक व्यक्ति को सौंपा जाना चाहिए।
इतना ही नहीं देश भर में परशुराम छात्रावास होना चाहिए, जहां सनातन संस्कृति की शिक्षा दी जाए। छात्रों को वेदों और पुराणों का ज्ञान दिया जाए, देश के हर एक जिले में वेद पाठशाला को खोला जाए। वहीं राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष आशुतोष झा ने कहा कि धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में देश के विभिन्न संगठनों से ब्राह्मण समाज के लोग यहां पहुंचे हैं। हमारी मांग है कि जातिगत आरक्षण और एससी एसटी एक्ट जैसे जातिगत कानून को खत्म किया जाए और पूरे देश में आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाए, जिसका लाभ सभी वरुको मिल सकें।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.