मध्य प्रदेश में सरकारी और प्राइवेट कॉलेज आगामी एक दिसंबर से पुन: खुल जाएंगे। कक्षाओं में प्रोफेसरों समेत विद्यार्थियों को भी उपस्थित होना होगा। कोरोना के संक्रमण के कारण पिछले आठ महीने से प्रदेश समेत देशभर के कॉलेज बंद थे।
अब कॉलेज खोलने का निर्णय उच्च शिक्षा विभाग ने लिया है। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव का कहना है कि कॉलेजों में विद्यार्थियों के शिक्षण के साथ-साथ सभी की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों की यूजी और पीजी कक्षाओं में प्रवेश के लिए अंतिम दौर की प्रवेश प्रक्रिया आयोजित की जा चुकी है। यह ऑनलाइन प्रवेश का पांचवा चरण था।
फिलहाल यूजी प्रथम वर्ष की कक्षाओं में करीब एक लाख 38 हजार सीटें खाली रह गई हैं। जबकि पीजी प्रथम सेमेस्टर की कक्षाओं में 90 हजार सीटें खाली रह गई हैं। अब इस साल यह सीट खाली रहेंगी। उच्च शिक्षा मंत्री यादव ने कहा कि कॉलेज संचालित करने के दौरान कोरोना से बचने के लिए जारी की गई सरकार की गाइडलाइन का पूर्ण पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
सरकारी कॉलेजों में अध्यापन कार्य के साथ प्रभारी प्राचार्य का काम संभाल रहे अधिकारियों को अध्यापन कार्य से मुक्त किया जाएगा। इसके साथ ही सभी कॉलेज से तीन वरिष्ठ प्रोफेसरों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विभाग में लंबित पेंशन प्रकरणों का जल्द निराकरण कर दिया जाएगा। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में परीक्षाएं आयोजित हो सकें, इसके लिए नए सिरे से प्रक्रिया तय की जाएगी। इसके लिए समिति गठित की जाएगी। यह समिति नई प्रक्रिया तय करेगी।