नई दिल्ली: भारत सरकार ने राज्य सभा में जानकारी दी है कि पिछले तीन सालों में जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में 600 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए हैं।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि सरकार ने आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और आतंकवादी संगठनों दवारा दी जाने वाली चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सुरक्षा तंत्र के सुदृढीकरण राष्ट्र – विरोधी तत्वों के विरुद्ध कानून को सख्ती से लागू करने, घेराबंदी एवं तलाशी ऑपरेशनी में वृद्धि करने जैसे विभिन्न उपाय किए हैं।
आगे मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बल आतंकवादियों को सहायता प्रदान करने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों पर भी कड़ी नजर रखते हैं और उनके विरुद्ध कार्रवाई करते हैं। जम्मू और कश्मीर सीमा पार से प्रायोजित और समर्थित आतंकवादी हिंसा से प्रभावित रहा है।
गृह राज्य मंत्री द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक मई, 2018 से जून, 2021 तक 400 मुठभेड़ हुईं तथा इन मुठभेड़ों में 85 कार्मिक वीरगति को प्राप्त हुए और 630 आतंकवादी मारे गए हैं।