लालगंज: गाँव में हुई तीन बच्चो की हत्या में हमारी टीम ने अपनी जाँच में कई बिन्दुओ को मिलाकर संभवतः बच्चो के हत्यारो का पता लगा लिया है। पिछली रिपोर्ट (सम्पूर्ण जानकारी के लिए हमारी पिछले रिपोर्ट को भी पढ़े) में हमने बताया था कि मारे गए बच्चो में से एक की मुस्लिम समुदाय की लड़की से दोस्ती थी। वहीं जाँच में हमें सिल्वर रंग की रैडियन बाइक पर लड़को के जाने की सुचना भी मिली थी। जिसके बाद हमारी टीम ने नजदीक के तीन गाँव में इस बाइक पर अपनी खोज पड़ताल शुरू करी।
आस पास के TVS शो रूम खंगालने पर हमें पता लगा कि सलीम के पास रैडियन बाइक मौजूद जिसका रंग सिल्वर बताया जा रहा। वहीं सलीम के बारे पता करने पर हमें मालूम पड़ा कि सलीम की बेटी, जिसकी उम्र 15 वर्ष के करीब है, के संबंध मृतक लड़के से हो सकते है। जिससे हमारी जाँच को अधिक बालने मिलने लगा।
वहीं हमारी टीम ने ग्राहक बन सलीम के चचेरे भाई शाहनवाज से उसके बारे में बात कर सलीम के बारे में अधिक जानकारी जुटाने की कोशिशे करी। शाहनवाज ने हमें बताया कि सलीम की उम्र 40 से 45 वर्ष के बीच है। वहीं शाहनवाज द्वारा दिए गए सलीम के मोबाइल नंबर पर जब हमने फ़ोन मिलाया तो वह भी लगातार बंद मिला। जिसके बाद हमने गाँव जाकर पता किया तो सलीम के अपने घर में न रहने की बाते सामने आई।
वहीं मृतक लड़को के दोस्त ने भी हमें बताया कि एक लड़के के मुस्लिम समुदाय की लड़की से प्रेम संबंध थे। वहीं हत्या में प्रयोग की गई बाइक भी सलीम की बाइक से मेल खाती है जिसका सुबह से कोई अता पता नहीं चल सका है।
सलीम के छिपने के है दो संभावित अड्डे
सलीम के दो जगहों पर छिपने के आसार है। शाहनवाज ने हमें बताया कि सलीम तीन भाइयो में सबसे बड़ा है व उससे उससे छोटे दो भाई है।
सलीम का एक भाई दिल्ली में रहता है तो दूसरा डॉ आमिर खान मांडा में रहता है। सलीम के इन्ही दो जगहों पर भागने के आसार जताये जा रहे है।
कैसे दिया घटना को अंजाम
अभी तक सभी बिन्दुओ को जोड़ने पर हमने पाया कि तीनो लड़के जंगल की ओर बेर के पेड़ के पास तक मौजूद थे जहां उन्हें किसी ग्रामीण व्यक्ति ने देखा था। वहीं उसके बाद तीनों लड़को को सिल्वर रंग की रैडियन बाइक पर रामपुर की ओर से ले जाते आखिरी बार देखा गया था। बाइक के बारे में मालूम करने पर हमें बाइक एजेंसी से ऐसी ही बाइक सलीम के पास होने की बात पता चली जोकि रामपुर गाँव के समीप जगदीशपुर का रहने वाला है।
दोनों जागीशपुर व लालगंज गाँव एक ही पंचायत में आते है। अंदेशा है कि वहीं जगदीशपुर के समीप ही तीनो बच्चो को बर्बरतापूर्वक मौत के घाट उतार दिया गया हो। जिसके बाद उनके शव को बंदी में फेंक कर सलीम व उसके साथी फरार हो गए हो।
खैर सलीम खबर लिखे जाने तक अपने घर से फरार थे जिसका कोई भी अता पता नहीं चल सका है।
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