फतेहाबाद: हरियाणा के फतेहाबाद में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को वित्तीय अनियमितताओं पर सवाल खड़े करने पर एससी-एसटी एक्ट में जेल भेज दिया गया है। खबर सोशल मीडिया पर भी सामने आई है जो एससी एसटी एक्ट के दुरुपयोग को दर्शाती है।
स्कूल के प्रधानाचार्य नीर कुमार द्वारा सतीश शर्मा पर वित्तीय अनियमितता पर सवाल पूछने पर मामला दर्ज कराया था। जिस पर पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर सतीश शर्मा को जेल भेज दिया है।
शिक्षक सतीश शर्मा राज्य के फतेहाबाद जिले के तलवाड़ा में माध्यमिक विद्यालय में सामाजिक विज्ञान पढ़ाते हैं। घटना वाले दिन नीर कुमार ने आरोप लगाया था कि मेरे द्वारा सतीश शर्मा को प्रवेश फॉर्म भरने के लिए कहने पर सतीश शर्मा ने मुझे जातिसूचक टिप्पणी करते हुए बंधक बनाकर पीटा था।
हालांकि, अधिकांश शिक्षक सतीश शर्मा के समर्थन में आए और कहा कि यह घटना वित्तीय अनियमितताओं पर एक सवाल पूछने के कारण हुई।
वहीं हिन्दी के शिक्षक जितेंद्र वर्मा ने पुलिस को बताया कि, मैं उस समय विभागीय कार्य के लिए विधालय में उपस्थित था। शिक्षक सतीश ने स्कूल की वित्तीय अनियमितता पर सवाल पूछा था जिस पर नीर कुमार द्वारा गाली-गलौज करते हुए जवाबी कार्रवाई की गई।
आगे उन्होंने कहा कि सतीश शर्मा द्वारा कभी भी जातिसूचक शब्द और किसी भी प्रकार के शारीरिक बल का प्रयोग नहीं किया हैं। और वहीं क्लर्क के पद पर काम करने वाले तनुज ने भी हेड मास्टर के नीर कुमार द्वारा लगाएं गए आरोपों को खारिज किया है। तनुज ने अपने बयान में दावा किया कि नीर कुमार हमेशा फैकल्टी के साथ दुर्व्यवहार करता है और बदला लेने के लिए शिक्षक सतीश शर्मा पर मामला दर्ज करवाया।
महिला शिक्षकों का जिला प्रशासन को पत्र
महिला शिक्षकों ने जिला प्रशासन को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि नीर कुमार का महिला शिक्षक सदस्यों के साथ बदसलूकी का इतिहास रहा है। महिला शिक्षिकाओं द्वारा लिखे पत्र में नीर कुमार को निलंबित करने की मांग की है।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.