द केरला स्टोरी 2.O; स्कूल में हिजाब पहनने के लिए हिन्दू छात्राओं पर बनाया जा रहा दबाव, परिजनों और हिन्दू संगठनों का विरोध प्रदर्शन

दमोह- मध्यप्रदेश में दमोह जिले के एक निजी स्कूल में हिन्दू छात्राओं को जबरन हिजाब पहनाने का मामला सामने आया है, जहां स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के परिजनों और हिन्दू संगठनों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा उनकी बच्चियों पर जबरन हिजाब पहनने और सिर ढकने का दबाव बनाया जा रहा हैं। जिसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कलेक्टर को इस पूरे मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

अधिकारियों की जांच रिपोर्ट को ठहराया गलत

गंगा जमुना प्राईवेट स्कूल में हिन्दू छात्राओं पर हिजाब पहनने का दबाव बनाने वाली घटना के वायरल होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारियों व अन्य अधिकारियों द्वारा आनन-फानन में की गई जांच रिपोर्ट को छात्राओं के परिजनों व हिन्दू संगठनों ने गलत ठहराया है, जिसमें स्कूल प्रबंधन को क्लीन चिट दे दी गई थी।

आपको बता दे कि बीते दिन गुरूवार को हिन्दूवादी संगठनों के साथ कुछ छात्राओं के परिजन भी कलेक्ट्रेट पहुंच गए, संगठन के पदाधिकारी पवन रजक का कहना है कि जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा की गई जांच झूठी है, जिसमें स्कूल प्रबंधन को क्लीन चिट दे दी गई। जबकि हमारे साथ कुछ ऐसे परिजन आए हैं, जिनके बच्चे भी उसी स्कूल में पढ़ते हैं। जहां छात्राओं के परिजनों का आरोप है कि उनके बच्चों पर हिजाब पहनने के लिए दबाव बनाया जाता हैं।

इसी सिलसिले में दमोह के फुटेरा वार्ड 3 के निवासी नितिन राजपूत का कहना है कि उनकी दो बेटियां गंगा जमुना हायर सेकेण्डरी स्कूल में पढ़ती हैं। जहां उनकी बड़ी बेटी, जो छठवीं कक्षा में पढ़ती है। उसे भी स्कूल प्रबंधन द्वारा हिजाब पहनने के लिए कहा गया था। वहीं एक अन्य छात्रा के परिजन दिलीप चौरसिया ने बताया कि मेरी भतीजी भी उसी स्कूल में पढ़ती है, उसे भी हिजाब पहनने के लिए कहा जाता हैं।

वहीं इस पूरे मामले में एसडीएम आरएल बागरी का कहना है कि मामले में प्रारंभिक जांच हो चुकी हैं। लेकिन इस पूरे मामले को तूल पकड़ता देख और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दिशा निर्देश के बाद तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, जो इस मामले की जांच करेगी।

जानिए क्या था मामला?

बता दे कि दमोह के गंगा जमुना हायर सेकेण्डरी स्कूल में 12 वीं कक्षा में उच्चतम अंक हासिल करने वाले छात्र व छात्राओं का स्कूल प्रबंधन के द्वारा एक पोस्टर तैयार कराया गया था, जिसमें प्रबंधन द्वारा कई हिन्दू छात्राओं को भी हिजाब में दिखाया गया था। जिसके बाद हिजाब वाले पोस्टर की फोटो सोशलमीडिया पर वायरल होने के बाद हिन्दू संगठनों और छात्राओं के परिजन आक्रोशित हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे।

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Kapil reports for Neo Politico Hindi.

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