नई दिल्ली: सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर ने भारत में लगभग 250 ट्विटर अकाउंट पर रोक लगा दी है। इस सूची में कई चर्चित चेहरे भी हैं जैसे प्रसार भारती के CEO।
ट्विटर ने एक लीगल डिमांड के रिस्पांस में न्यूज पोर्टल कारवाँ इंडिया का अकाउंट भी भारत में फिलहाल बंद कर दिया है। आगे इसी सूची में ट्विटर ने दलित एक्टिविस्ट हंसराज मीणा भी शामिल हैं।
इस बारे में हंसराज ने अपने आधिकारिक फेसबुक पर जानकरी दी। सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कायर मोदी सरकार ने डरकर आखिरकार मेरे ट्विटर हैंडल पर रोक लगवा दी। शर्मनाक हैं। ढेर सारी लानत भेजता हूँ।
किसानों के नरसंहार की योजना के फर्जी ट्रेंड:
दरअसल भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MEITY) ने ट्विटर को लगभग 250 ट्वीट्स / ट्विटर अकाउंट को ब्लॉक करने का निर्देश दिया था। जो ‘मोदी प्लानिंग फार्मर जीनोसाइड’ (मोदी किसानों के नरसंहार की योजना बना रही है) नामक हैशटैग का उपयोग कर रहे थे और 30 जनवरी को फ़र्जी, डराने और उत्तेजक ट्वीट्स कर रहे थे।
गृह मंत्रालय ने किया था अनुरोध:
यह गृह मंत्रालय और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अनुरोध पर किया गया था ताकि जारी किसान आंदोलन के मद्देनजर कानून और व्यवस्था में किसी भी तरह के बढ़ावे को रोका जा सके। जनसंहार के लिए उकसाना सार्वजनिक व्यवस्था के लिए एक गंभीर खतरा है और इसलिए इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69 ए के तहत इन ट्विटर खातों और ट्वीट्स को अवरुद्ध करने का आदेश दिया। ट्विटर ने इन ट्वीट / ट्विटर अकाउंट को ब्लॉक कर दिया है।
प्रसार भारती के CEO केस पर सफाई:
प्रसार भारती प्रमुख शशि शेखर का अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया है। इसपर ट्विटर ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए पारदर्शिता बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए हमने रोक वाली सामग्री के लिए एक नोटिस नीति बनाई है। सामग्री वापस लेने के अनुरोधों के प्राप्त होने पर, हम प्रभावित खाताधारकों को तुरंत सूचित करेंगे।
उधर ट्विटर द्वारा प्रसार भारती के CEO शशि शेखर के ट्विटर अकाउंट वापस देने पर प्रसार भारती ने ट्विटर व ट्विटर इंडिया से शशि शेखर के अकाउंट वापस लेने का आधार पूछा है।
शशि शेखर ने तो शिकायत की थी:
मीनाक्षी लेखी, भाजपा सांसद ने इस मामले पर कहा कि
ये प्लेटफॉर्म आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चलते हैं और ये कितने कृत्रिम हैं, इससे पता चलता है। शनिवार को एक आपत्तिजनक हैशटैग चल रहा था शशि ( प्रसार भारती CEO) ने इसकी शिकायत ट्विटर को की। जिस हैंडल ने शिकायत की उसी को बैन कर दिया।