हरदोई: धर्म नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए बीते मकर संक्रांति के पावन पर्व से श्री राम मंदिर निधि समर्पण अभियान देशभर में चलाया जा रहा है।
इसके तहत विश्व हिंदू परिषद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं भाजपा के कार्यकर्ता घर-घर जाकर श्री राम मंदिर के लिए धन एकत्रित कर रहे हैं।
हालांकि इस अभियान में देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस अलग रास्ता अपनाए हुए हैं। क्योंकि कई कांग्रेस नेताओं ने राम मंदिर के लिए चंदा देने से आपत्ति जताई है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के हरदोई के कांग्रेस नेता ने राम मंदिर के लिए दान न करने की बात कही लेकिन उन्होंने इसके लिए भाषाई मर्यादा का भी ख्याल नहीं रखा।
दरअसल हरदोई कांग्रेस सेवादल के प्रवक्ता राजाराम ने एक सोशल मीडिया यूजर को जवाब देते हुए राम मंदिर के लिए कहा कि “आप फूटी कौड़ी न देने की बात कह रहे हैं। हम तो राम मंदिर पर मूतेंगे भी नहीं।”
कांग्रेस नेता यहीं नहीं रुके आगे उन्होंने एक यूजर को जवाब देते हुए कहा कि “भाई मेरे राम आस्था का प्रतीक तब होता जब वह सभी के लिए समदर्शी भाव रखता लेकिन उसने तो महज ब्राह्मणों के कहने पर केवल पठन पाठन के लिए महर्षि शम्बूक की हत्या कर दी थी। तो वह तो केवल ब्राह्मणों के लिए पूजनीय हुआ। और फिर मार्कण्डेय काटजू जैसे ब्राह्मण उसे केवल एक राजा मानते हैं। यह केवल धंधा है।”
कांग्रेस नेता के इस अमर्यादित बयान पर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने आपत्ति जताई और पुलिस से कार्रवाई की माँग की। इस प्रकरण का स्थानीय हरदोई पुलिस ने भी संज्ञान लिया।
हरदोई पुलिस ने कहा कि उक्त प्रकरण में क्षेत्राधिकारी नगर द्वारा जांच कर अभियोग पंजीकृत कराया जा रहा है।
वहीं उक्त सम्बन्ध में अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक ट्वीट के संबंध में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।