बदायूं- पंडितों के खिलाफ जातिगत टिप्पणी का ऑडियो वायरल होने और ब्राह्मण समाज के लोगों द्वारा किए जा रहे विरोध व धरना प्रदर्शन के चलते आखिरकार शुक्रवार को फैजगंज बेहटा एसओ वेदपाल सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है, उनकी जगह इंस्पेक्टर जवाहरलाल को थाने का चार्ज सौंपा गया है। प्रदर्शन कर रहे ब्राह्मण समाज के लोगों ने पूरे मामले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों सहित प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी के नाम ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी।
बता दे कि बीते एक सप्ताह पहले एसओ वेदपाल सिंह का ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें पंडितों पर जातिगत टिप्पणी करते हुए साफ-साफ सुना गया था। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद ब्राह्मण समाज के लोगों ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी, जिसके बाद एसएसपी डाॅ ब्रजेश कुमार ने पूरे मामले की जांच एसपी देहात को सौंप दी थी। इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने एसओ वेदपाल सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
जानिए क्या था पूरा मामला?
बदायूं जिले के फैजगंज बेहटा थाने में पदस्थ थानाध्यक्ष वेदपाल सिंह का बीते दिनों एक ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। वायरल ऑडियो में एसओ वेदपाल सिंह कुंवरगांव इलाके के एक व्यक्ति से पाठकपुर धानियावली में चल रहें विवाद को लेकर बात कर रहे थे, जिसमें वह व्यक्ति अनुसूचित जाति के लोगों की ओर से एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश कर रहा था। इसी दौरान एसओ वेदपाल सिंह को भी यह कहते हुए सुना गया कि “वह पंडितों के खिलाफ कई मुकदमें लिखवा चुके है।” अभी परसों ही पंडितों का एक मामला सामने आया था, उसमें भी तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली गई थी।
वायरल ऑडियो में एसओ आगे कहते है कि कुछ दिन पहले धनियावली गाँव में दो जातियों के लोगों के बीच भंडारे को लेकर विवाद हुआ था, हमने उसमें भी तहरीर देने को कहा लेकिन उन्होंने आपस में ही फैसला कर लिया था। लगता है हमारा समाज कभी सुधरने वाला नहीं है, अगर वह तहरीर दे तो हम उनकी तरफ से भी एफआईआर दर्ज करवा देंगे।
इसके बाद आक्रोशित ब्राह्मण संगठनों ने एसओ वेदपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था, साथ ही ब्राम्हण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवेश दत्त भारद्वाज ने एडीजी और एसएसपी से फोन पर बात कर पंडितों के खिलाफ विवादित बोल बोलने वाले एसओ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। वही अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष बनवारी लाल पाठक के द्वारा भी इस पूरे मामले में एसओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई थी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.