प्रयागराज: जिले के उतरांव थाना क्षेत्र के कजरीगढ़ गांव में दीपावली के दिन दिया जलाने को लेकर हुए विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। इस घटना में यादव और ब्राह्मण समुदाय के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में ईंट-पत्थर और लाठी-डंडों से मारपीट हुई। इसमें ब्राह्मण पक्ष के दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
इस घटना के बाद परिजनों ने आरोपियों के घर के बाहर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की छानबीन जारी है।
दीपावली के दिन दिया जलाने को लेकर शुरू हुआ विवाद
कजरीगढ़ गांव में दीवाली के दिन दिलीप कुमार दुबे और उनके पड़ोसी राम अभिलाष यादव के बीच विवादित जमीन पर दीप जलाने को लेकर बहस शुरू हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि यादव पक्ष के लोगों ने ब्राह्मण पक्ष के पवन कुमार दुबे और उनके परिवार के अन्य सदस्यों पर हमला कर दिया। इस हमले में पवन कुमार दुबे के सिर पर गंभीर चोट लगी, जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गए। उनके चाचा जितेंद्र दुबे को भी गंभीर चोटें आईं। परिवार के अन्य सदस्यों ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन उन्हें भी चोटें आईं।
इलाज के दौरान पवन और जितेंद्र दुबे की मौत
हमले में गंभीर रूप से घायल पवन कुमार दुबे (उम्र 32) को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके बाद देर शाम उनके चाचा जितेंद्र दुबे की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना से गांव में गम और आक्रोश का माहौल पैदा हो गया है।
परिजनों की मांग: नौकरी, मुआवजा और सुरक्षा
मृतकों के परिजनों ने दोनों शवों को घर पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन के सामने कई मांगें रखीं। परिजनों का कहना है कि उन्हें मुआवजा के रूप में एक शस्त्र लाइसेंस, एक सरकारी नौकरी, सड़क निर्माण, और घर के ध्वस्तीकरण की मांग है। भारी संख्या में ग्रामीण और ब्राह्मण समुदाय के लोग घटनास्थल पर इकट्ठे हो गए और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। डीसीपी गंगानगर कुलदीप गुनावत, एडीएम फाइनेंस, एसीपी फूलपुर, एसीपी हंडिया और कई थानों की फोर्स मौके पर मौजूद रही।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, पांच गिरफ्तार
घटना के बाद पीड़ित दिलीप कुमार दुबे की तहरीर पर पुलिस ने रवि शंकर यादव, ध्रुव शंकर, रतन सिंह, लव कुश, राम अभिलाष, धारा सिंह, कुलदीप, विकास यादव, चिंतामणि, विपिन यादव और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों में से सुनील कुमार, ध्रुव शंकर, रवि शंकर (राम अभिलाष के पुत्र), धारा सिंह और विकास यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने और गांव में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है और गांव में निगरानी बढ़ा दी है। पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।