विवादित भूमि पर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने पर बवाल, भीम सेना प्रमुख सहित दर्जनों समर्थकों पर मुकदमा दर्ज

बिजनौर- उत्तरप्रदेश के बिजनौर में वाल्मीकि समाज की जमीन पर जबरन अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने और माल्यार्पण करने को लेकर बवाल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने शाहचंदन मोहल्ला निवासी प्रेम पुजारी की शिकायत पर भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर सहित दर्जनों समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़ित का आरोप है कि बीते दिनों उसकी जमीन पर अंबेडकर की मूर्ति लगा दी गई और फिर जबरन प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के दौरान उसके साथ मारपीट भी की गई।

शिकायतकर्ता प्रेम पुजारी ने एफआईआर दर्ज करवाते हुए उसकी जमीन पर अवैध रूप से स्थापित की गई अंबेडकर की प्रतिमा हटवाने और मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। मामले की जांच कर रहे प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार बैसला ने बताया कि पीड़ित प्रेम पुजारी की तहरीर पर भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर सहित उत्पात मचाने वाले दर्जनों समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही मामले की जांच कर विधिक कार्रवाई की जा रहीं है।

रातोंरात मूर्ति स्थापित करना बना विवाद की जड़

बता दे शाहचंदन मोहल्ला में खाली पड़ी वाल्मीकि समाज की जमीन पर बीते सप्ताह दलितों ने इक्टठा होकर रातोंरात भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगा दी थी, जिसकी जानकारी लगते ही वाल्मीकि समाज के लोगों ने विरोध भी जताया था। इसके बाद पूरे मामले में पुलिस ने एक अन्य एफआईआर में दलित समाज के 49 नामजद और 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। वहीं रविवार की सुबह 11 बजे भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर अपने समर्थकों के साथ विवादित जमीन पर स्थापित मूर्ति पर माल्यार्पण करने के लिए घटना स्थल पर पहुंच गए, लेकिन हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक दिया।

इसके बाद दलित समाज के लोगों ने ‘जय भीम’ के नारे लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद दूसरी तरफ से वाल्मीकि समाज के भी दर्जनों लोग इक्टठा हो गए और जमीन पर से अवैध अतिक्रमण हटाने की मांग करने लगे।

कोर्ट ने वाल्मीकि समाज के पक्ष में सुनाया फैसला

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि चांदपुर स्थित जमीन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था, लेकिन कोर्ट ने सुनवाई के दौरान वाल्मीकि समाज के पक्ष में फैसला सुनाया था। अभी उसी जमीन पर दलित समाज के लोगों ने अवैध रूप से अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी, जिसके बाद यह विवाद की स्थिति निर्मित हुई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।

+ posts

Kapil reports for Neo Politico Hindi.

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

पुजारी आत्महत्या मामला: 8 दिन बाद भी FIR नहीं हुई दर्ज, पुलिस झाँकने नहीं आई, माँ की सुसाइड की कोशिश

Next Story

रिजर्वेशन बढ़ाने के बिहार सरकार के फैसले को हाईकोर्ट ने किया रद्द, जातिगत जनगणना के बाद लिया गया था निर्णय

Latest from उत्तर प्रदेश

जिंदा होने के सबूत देने में जुटे बुजुर्ग की मौत: सरकारी दस्तावेज़ों में मृत घोषित, 18 महीने से राशन से वंचित

सोनभद्र: शक्तिनगर थाना क्षेत्र के चिल्काडाड गांव में एक मार्मिक घटना सामने आई है, जिसमें 70…