पिथौरागढ़: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बूढ़ी दिवाली पर अवकाश घोषित करने के बाद कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया है।
शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ के डीडीहाट में आयोजित पांच दिवसीय डीडीहाट महोत्सव के समापन अवसर पर कुमाउँनी भाषा में संबोधित करते हुए क्षेत्र के विकास हेतु विभिन्न घोषणाएं की।
अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस पर प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तुष्टिकरण जिनका लक्ष्य हो वे जनभावना एवं लोकसंस्कृति के अनुरूप निर्णय कभी नहीं ले सकते। उत्तराखण्ड की जनता ऐसी विचारधारा को कभी स्वीकार नहीं करेगी।
हाल ही में उत्तराखंड के स्थानीय पर्व ईगास / बूढ़ी दिवाली पर पूरे राज्य में अवकाश घोषित करने के अपने फैसले के जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ईगास पर छुट्टी का ऐलान करने पर पूर्व सीएम हरीश ऱावत कई तरह के बयान दे रहे हैं।
“हमने तो उत्तराखंड की संस्कृति के पर्याय ईगास पर्व पर छुट्टी दी है, लेकिन हरीश रावत ने अपने कार्यकाल में शुक्रवार को छुट्टी का ऐलान किया था। शुक्रवार को छुट्टी टोपी वालों को नमाज के लिए दी गई थी।”
हरीश रावत ने किया पलटवार
वहीं मुख्यमंत्री के बयान के बाद कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि आपने भी शुक्रवार की नमाज़ की छुट्टी का एक झूठ बोला और उसको अब देश के प्रधानमंत्री जी, गृहमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री जी तक सब बार-बार दोहरा रहे हैं।
हरीश रावत ने कहा कि मैं फिर चुनौती दे रहा हूंँ कोई भी छुट्टीछुट्टी बिना सरकारी गजट नोटिफिकेशन के नहीं होती है। आप वो सरकारी अधिसूचना दिखाइए जिसमें शुक्रवार की नमाज़ पढ़ने की छुट्टी दी गई है और यदि आपने नमाज़ पढ़ने की छुट्टी की वो अधिसूचना दिखा दी तो, आपका काम तो सरल हो जाएगा।
अंत में उन्होंने कहा कि आप ये मौका चूक क्यों हो रहे हो और क्या इतने नालायक हो कि सब मिलकर के अभी तक उस छुट्टी के नोटिफिकेशन को नहीं निकाल सके? झूठ के पांव नहीं होते हैं, ये भाजपा के झूठ बोलने की अदा से बिल्कुल साफ हो गया है। यदि राज्य के मुख्यमंत्री जी भी जुम्मे की नमाज़ का झूठ बोल रहे हैं तो मोदी जी से छोटा झूठ है ये, मोदी जी नाराज नहीं होंगे।