पाली- राजस्थान में श्री क्षात्र पुरूषार्थ फाउंडेशन के तत्वाधान में प्रदेश भर में ईडब्ल्यूएस आरक्षण में सरलीकरण को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी संबंध में मंगलवार को पाली में भी कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया गया, जिसमें ईडब्ल्यूएस आरक्षण में शामिल विसंगतियों को दूर करने की मांग करते हुए कलेक्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा है। साथ आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के बहिष्कार की चेतावनी भी दी गई है।
श्री क्षात्र पुरूषार्थ फाउंडेशन के केन्द्रीय कार्यसमिति सदस्य दिग्विजय सिंह कोलिवाड़ा धरना स्थल पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आर्थिक रूप से पिछड़े अनारक्षित वर्गों को आरक्षण देने के लिए फाउंडेशन प्रधानमंत्री का आभार जताता है। लेकिन इसमें विद्यमान विसंगतियों के चलते आर्थिक रूप से पिछड़ो को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के आरक्षण में आय के साथ संपत्ति की शर्तों को भी पात्रता के रूप में शामिल किया गया है, अतः इन विसंगतियों को दूर किया जाए।
श्री क्षात्र पुरूषार्थ फाउंडेशन के जिला प्रभारी अजयपाल सिंह गुड़ा पृथ्वीराज ने कहा कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण में अधिकतम आयु सीमा, न्यूनतम अंक और फीस आदि में अन्य वर्गों की तरह आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों (ईडब्ल्यूएस) को भी छूट दी जाए। साथ ही केन्द्र में ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र की वैधता को एक साल से बढ़ाकर तीन साल किया जाए, जिससे आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को ईडब्ल्यूएस आरक्षण का पूरा लाभ मिल सके। अजयपाल सिंह गुड़ा ने कहा कि ईडब्ल्यूएस वर्ग के विधार्थियों के लिए भी छात्रावास, छात्रवृत्ति आदि की व्यवस्था की जाए, साथ ही राष्ट्रीय आर्थिक पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन भी किया जाए।
वहीं श्री क्षत्रिय युवक संघ व साथी संगठन श्री क्षात्र पुरूषार्थ फाउंडेशन के तत्वाधान में भाजपा के जैसलमेर जिला कार्यालय के बाहर भी ईडब्ल्यूएस आरक्षण के सरलीकरण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें श्री क्षात्र पुरूषार्थ फाउंडेशन के भंवर सिंह साधना, छात्र संघ अध्यक्ष जसवंत सिंह तेजमालता, एडवोकेट कंवराजसिंह लूणा, सूरजपाल सिंह बड़ोडा, ने धरना स्थल पर लोगों को संबोधित किया और कहा कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण में शामिल विसंगतियों के कारण आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को ईडब्ल्यूएस आरक्षण का सही लाभ नहीं मिल पा रहा है।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.