नई दिल्ली: जनसंख्या नियंत्रण कानून पर मौलाना का बयान बयान वायरल हो रहा है।
संसद का आगामी सत्र 14 सितंबर से शुरू हो रहा है जिसमें इस बार जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर चर्चाएं होने की काफी उम्मीदें हैं। क्योंकि कई सांसदों ने इस मुद्दे को प्राइवेट मेम्बर बिल के जरिए उठाने की सूचना दी है।
वहीं कानून को लेकर TV चैनलों पर भी डिबेट शुरू हो चुकी है इधर ऐसी ही एक डिबेट में एक मौलाना का दिया बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। न्यूज नेशन द्वारा आयोजित डिबेट में ऑल इंडिया इमाम एशोसिएशन के मौलाना साजिद रशीदी ने जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध करते हुए अपने तर्क में कहा कि “ख़ुदा बच्चे पैदा करता है और वही उनको खिलाता है, आप और हम कौन है भाई।”
आगे मौलाना ने कहा कि “देश में बच्चे कुपोषण के शिकार हैं और भूखों मर रहे हैं आप उनको देखिए पहले। ये मेरा मानना है कि इस पर कोई कानून लाने की जरूरत नहीं है तीन तलाक की तरह।”
साजिद रशीदी ने कहा कि “मैं आपको सीधा-सीधा बता रहा हूं कि जो लोग पढ़े लिखे हैं वो खुद फैमिली प्लानिंग बना रहे हैं। 2004-2005 के मुकाबले में बच्चों के पैदाइश की प्रतिशतता 2015-16 में गिरावट आई है।”
ख़ुदा बच्चे पैदा कराता है और वही उनको खिलाता है,आप और हम कौन है भाई। जनसंख्या नियंत्रण क़ानून ना बनाने के तर्क में मौलाना साजिद ने यही बात कही।SC में इसपर याचिका दाखिल हो गई है लेकिन समाज में सिर्फ़ बहस शुरू होते ही लोग अभी से विक्टिम कार्ड खेलने लगे हैं।#जनसंख्या_नियंत्रण_कानुन pic.twitter.com/gFXUyk6eB9
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) September 1, 2020
इस डिबेट में जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालने वाले सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने भी भाग लिया जिसमें उन्होंने जनसंख्या वृद्धि से होने वाले नुकसानों को आंकड़ों में गिनाया।
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