देहरादून: उत्तराखंड में जल्द ही 800 उर्दू अध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी। जिसकी जानकारी राज्य अल्पसंख्यक कल्याण आयोग के पदाधिकारी ने दी है।
शनिवार 18 दिसंबर को देहरादून में अल्पसंख्यक अधिकार दिवस मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष आरके जैन, आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब, डीआईजी गढ़वाल व अतिथि गण मौके पर मौजूद रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब ने कहा कि हमनें अपने समय में मदरसा बोर्ड की मान्यता कराई है, इसमें शिक्षा बोर्ड की मान्यता दिलवाई और पाठ्यक्रम बनवाया गया।
आगे उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक कल्याण आयोग के माध्यम से 140 उर्दू अध्यापकों की नियुक्ति निकली है। इसके अलावा हमनें वार्षिक रिपोर्ट मंगवाई है, वार्षिक रिपोर्ट में 700-800 उर्दू अध्यापकों की भर्तियां फिर निकलेंगी, ये हमारा वादा है।
मुख्यमंत्री हुनर योजना में समूह बनवाकर महिलाओं को रोजगार दिया है। कई जिलों में हजारों महिलाएं इसपर काम कर रही हैं। उत्तराखंड में हजारों महिलाओं को रोजगार मिला है। अल्पसंख्यक समाज की महिलाएं इस योजना का लाभ उठा रही हैं।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रधानमंत्री जनविकास योजना में प्रत्येक वर्ष 200 करोड़ रुपये खर्च करने का काम अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने किया है जिसकी मोनिटरिंग अल्पसंख्यक आयोग ने की है।
नवाब ने कहा कि 175 बच्चों की शिक्षा व हुनर में आगे बढ़ने के लिए हमनें मदद की है।
रोजगार से लगी महिलाओं द्वारा अपने एनजीओ के द्वारा मुख्यमंत्री हुनर योजना के तहत महिलाओं को रोजगार के अवसर जो प्राप्त हो रहे हैं उनका प्रदर्शनी भी लगाई गई।