नईदिल्ली : जैन मुनि प्रमाण सागर नें CAA का समर्थन करते हुए प्रताड़ितों को अखंड भारत का हिस्सा बताया है।
आध्यात्मिक गुरु व प्रवचनकर्ता जैन मुनि प्रमाण सागर नें नागरिकता क़ानून CAA का समर्थन जताया है। हाल ही में मध्यप्रदेश के स्थानीय अखबार नईदुनिया के पत्रकार सुदेश गौड़ ने मुनि प्रमाण सागर महाराज से मएक कार्यक्रम के दौरान कानून पर उनकी राय जानी।
पत्रकार नें मुनि से पूछा कि नागरिकता संसोधन कानून (सीएए) का एक धड़ा विरोध कर रहा है तो दूसरा समर्थन में है। सीएए पर आपका क्या विचार है ?
इस सवाल पर मुनि प्रमाण सागर ने कहा कि “इसमें गलत क्या है ? सीएए राष्ट्र हित में है। राजनीतिक आधार पर विरोध किया जा रहा है। 50 साल पहले ही नागरिकता संसोधन कानून आ जाना चाहिए था। इससे हिंदुस्तान में रहने वालों की नागरिकता नहीं छीनी जा रही है।”
आगे मुनि नागरिकता पाने वालों को अखण्ड भारत का हिस्सा बताते हुए कहा कि “ऐसे लोग जो अखंड भारत में हमारे ही भाई-बहन थे। बंटवारे के समय अलग हो गए। आज वो दूसरों देशों में संकट में हैं। सीएए से हमारे ही भाई-बहन देश में आ सकेंगे।”
CAA में गलत क्या है इसे तो 50 साल पहले लागू हो जाना चाहिए था
-जैन मुनि प्रमाण सागर जी महाराज भोपाल में #IndiaSupportsCAA #CAA_NRC_NPR pic.twitter.com/Rt4jQl1jH8— Vijesh Lunawat (@vijeshlunawat) January 25, 2020